मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) वी एस संपत संपत्ति की बिक्री के मामले में इनकम टैक्स विभाग के लपेटे में आ गए हैं. इनकम टैक्स विभाग ने इस साल के शुरू में 15 लाख लोगों की सूची तैयार की थी जिन्होंने 30 लाख रुपये से ऊपर की संपत्ति खरीदी या बेची थी. यह खबर अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने दी है.
अखबार के मुताबिक अब यह पता चला है कि इसमें से एक प्रॉपर्टी सीईसी की भी है. बताया जाता है कि फरवरी में आईटी विभाग ने सीईसी को पहली चिट्ठी लिखी थी जिसमें उसने उनसे प्रॉपर्टी बिक्री के बारे में स्पष्टीकरण मांगा था. यह पत्र उन्हें चुनाव के दैरान यानी 24 अप्रैल को दिया गया था.
अखबार ने लिखा है कि सीईसी से इस बारे में पूछताछ की गई है. यह प्रॉपर्टी हैदराबाद के शानदार इलाके बंजारा हिल्स में है और 600 वर्गगज का है. सीईसी ने इसे जुलाई 2011 में एक कंपनी आदित्य कंवेशन सेंटर ऐँड हॉलिडे रिसॉर्ट्स को बेच दिया था. उसके बाद उस पैसे से उन्होंने दक्षिणी दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में एक मकान खरीद लिया. इसके लिए उन्होंने 1.66 करोड़ रुपये दिए जो उन्हें हैदराबाद की प्रॉपर्टी बेचने के बाद मिले थे. वह प्लॉट 5 करोड़ में बिका था लेकिन उसके पैसे उनके अलावा उनकी बेटी और पत्नी को भी मिले थे.
इनकम टैक्स विभाग ने उन्हें नोटिस देकर कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा है. सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि क्या उन्हें जो आय हुई है वह संपत्ति के बेचने से हुई है. दूसरा सवाल है कि उन्हें इनकम टैक्स में छूट क्यों दी जाए. इनकम टैक्स में प्रॉपर्टी बेचने पर छूट तभी मिलती है जब वह आवासीय होती है. कमर्शल प्रॉपर्टी बेचने पर उससे प्राप्त धन पर टैक्स देना पड़ता है. सीईसी के हैदराबाद वाले प्लॉट के एक हिस्से में एक आउट हाउस था. इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि यह कमर्शियल है. सीईसी संपत ने अखबार को बताया कि उन्होंने उस नोटिस का जवाब दे दिया है और वह विस्तृत जवाब शीघ्र देंगे. उनके सीए इस काम पर लगे हुए हैं.