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कांग्रेसी MLA के 'मेज़बान' कर्नाटक के मंत्री पर दूसरे दिन भी IT के छापे

आयकर विभाग ने कथित टैक्स चोरी के एक मामले में कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के घर और रिजॉर्ट सहित उनसे जुड़े 64 ठिकानों पर छापे मारे. बंगलुरु के पास स्थित इसी ईगलटन रिजॉर्ट में गुजरात कांग्रेस के विधायक ठहरे हुए हैं. आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शिवकुमार से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के दौरान करीब 10 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई है.

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डीके शिवकुमार के ठिकानों पर आयकर छापे में करीब 10 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ
डीके शिवकुमार के ठिकानों पर आयकर छापे में करीब 10 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ

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कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के ठिकानों पर लगातार दूसरे दिन भी आयकर विभाग के छापे जारी रहे. आयकर अधिकारी गुरुवार को शिवकुमार के बेंगलुरु स्थित आवास पहुंचे. इससे पहले आयकर अधिकारियों ने शिवकुमार के के घर और रिजॉर्ट सहित उनसे जुड़े 64 ठिकानों पर बुधवार को छापे मारे थे, जहां से करीब 10 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई है.

आयकर अधिकारियों ने बताया कि विभाग कथित टैक्स चोरी तथा रीयल एस्टेट व दूसरे क्षेत्रों में भारी मात्रा में गुप्त निवेश के मामले में शिवकुमार के खिलाफ जांच कर रहा है. उन्होंने कहा कि सिंगापुर और अन्य विदेशी जगहों पर उनसे शिवकुमार संबंधित कुछ निवेश भी विभाग की नजरों में हैं.

बता दें कि कांग्रेस ने गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले अपने 40 से ज्यादा विधायकों को शिवकुमार के ईगलटन रिजॉर्ट पर ठहराया है. ऐसे में कांग्रेस इन छापों के राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रही है. हालांकि आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि रिजॉर्ट पर छापेमारी नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट में बस मंत्री के कमरे की तलाशी ली गई, न कि गुजरात के विधायकों के कमरों की. उन्होंने कहा कि मंत्री शिवकुमार मंगलवार देर रात दिल्ली से लौटकर बंगलुरु के रिजॉर्ट में ठहरे हुए थे. इसीलिए आयकर अधिकारी उनसे पूछताछ करने रिजॉर्ट गए थे. अधिकारियों ने कहा कि विभाग ने एक पंचनामा तैयार किया है, जहां मंत्री कथित रूप से कुछ कागजात फाड़ते पाए गए. उन्होंने कहा, 'फाड़े गए कागजों को आंशिक रूप से जोड़ दिया गया है और अब उनकी जांच की जा रही है.

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इससे पहले आयकर विभाग की टीम बुधवार सुबह कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री शिवकुमार के दिल्ली और कर्नाटक स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की. आयकर अधिकारियों ने दिल्ली से जहां 7.9 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई, वहीं कर्नाटक के ठिकानों से करीब 2.23 करोड़ रुपये की नकदी मिली है. इसके अलावा बंगलुरु के एक कॉलेज में एक शिक्षक के लॉकर से बड़ी मात्रा में गहने-जेवरात भी बरामद हुए हैं. अधिकारियों ने कहा कि यह लॉकर शिवकुमार के एक रिश्तेदार के नाम पर है.

कांग्रेस जहां इस छापे को दबाव बनाने के मकसद से राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रही है. वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर अरुण जेटली ने साफ किया कि रिजॉर्ट में रुके किसी विधायक से न तो पूछताछ हुई है और न ही उनके कमरों की तलाशी ली गई. जेटली ने सदन में कहा कि आयकर अधिकारी रिजॉर्ट से शिवकुमार को लाने गए थे, क्योंकि वह वहां पर दस्तावेज नष्ट करने की कोशिश कर रहे थे.

हालांकि इंडिया टुडे को रिजॉर्ट के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिसमें आयकर अधिकारी कांग्रेस नेताओं के कमरों में घुसते दिख रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस जेटली पर राज्यसभा को गुमराह करने के आरोप लगा रही है और यह सदन में यह मामला उठाने का मन बना चुकी है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि गुरुवार को वह सदन में यह मुद्दा उठाएंगे और जेटली के खिलाफ विशेषाधिकारी हनन का नोटिस देगी.

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इस बीच, गुजरात से राज्यसभा का चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आयकर विभाग की इस छापेमारी की आलोचना करते हुए बीजेपी पर राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए अभूतपूर्व तरीके से परेशान करने का आरोप लगाया.  उन्होंने कहा, 'राज्य मशीनरी सहित हर दूसरी एजेंसियों के इस्तेमाल अब ये आयकर छापे उनकी हताशा और निराशा दिखाती हैं.'

वहीं इस आयकर छापे को लेकर वरिष्ठ बीजेपी नेता एवं संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का कहना है कि आयकर विभाग कानून के तहत अपना काम कर रही है, लेकिन कांग्रेस ब्लैक मनी को वाइट करने की कोशिश में लगी है. कांग्रेस और अहमद पटेल को उसका जवाब देना चाहिए. यह ब्लैक मनी और भ्रष्टाचार के खिलाफ छापे हैं.

गौरतलब है कि पिछले दिनों गुजरात के कांग्रेस के 57 विधायकों में से छह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जहां से वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन बीजेपी में शामिल हो गए. कांग्रेस को आशंका है कि अगर कुछ और विधायक पार्टी से अलग हुए, तो पटेल की जीत की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है.

बता दें कि कांग्रेस ने गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले पार्टी विधायकों को अपने पाले में बनाए रखने के लिए उन्हें शिवकुमार के ईगलटन रिजॉर्ट पर ठहराया है. इन छापों के राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रही है. हालांकि आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि रिजॉर्ट पर छापेमारी नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट में बस मंत्री के कमरे की तलाशी ली गई, न कि गुजरात के विधायकों के कमरों की. उन्होंने कहा कि मंत्री शिवकुमार मंगलवार देर रात दिल्ली से लौटकर बंगलुरु के रिजॉर्ट में ठहरे हुए थे. इसीलिए आयकर अधिकारी उनसे पूछताछ करने रिजॉर्ट गए थे. अधिकारियों ने कहा कि विभाग ने एक पंचनामा तैयार किया है, जहां मंत्री कथित रूप से कुछ कागजात फाड़ते पाए गए. उन्होंने कहा, 'फाड़े गए कागजों को आंशिक रूप से जोड़ दिया गया है और अब उनकी जांच की जा रही है.

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इस बीच, गुजरात से राज्यसभा का चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आयकर विभाग की इस छापेमारी की आलोचना करते हुए बीजेपी पर राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए अभूतपूर्व तरीके से परेशान करने का आरोप लगाया.  उन्होंने कहा, 'राज्य मशीनरी सहित हर दूसरी एजेंसियों के इस्तेमाल अब ये आयकर छापे उनकी हताशा और निराशा दिखाती हैं.'

वहीं इस आयकर छापे को लेकर वरिष्ठ बीजेपी नेता एवं संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का कहना है कि आयकर विभाग कानून के तहत अपना काम कर रही है, लेकिन कांग्रेस ब्लैक मनी को वाइट करने की कोशिश में लगी है. कांग्रेस और अहमद पटेल को उसका जवाब देना चाहिए. यह ब्लैक मनी और भ्रष्टाचार के खिलाफ छापे हैं.

गौरतलब है कि पिछले दिनों गुजरात के कांग्रेस के 57 विधायकों में से छह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जहां से वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन बीजेपी में शामिल हो गए. कांग्रेस को आशंका है कि अगर कुछ और विधायक पार्टी से अलग हुए, तो पटेल की जीत की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है.

 

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