पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी के मुंबई के सिंधिया हाउस (मुंबई) में लगी आग में नष्ट हुए दस्तावेजों की खबरों पर आयकर विभाग ने बयान दिया है. न्यूज एजेंसी एनआई के मुताबिक आयकर विभाग ने यह स्पष्ट किया गया है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ चल रही जांच के दस्तावेज मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत पहले ही अन्य इमारतों में आकलन इकाइयों को ट्रांसफर कर दिए गए हैं. सिंधिया हाउस में आग में रिकॉर्ड के नुकसान की आशंका गलत है.
It's clarified that records/documents of ongoing probe against #NiravModi & #MehulChoksi were already transferred to assessment units housed in other buildings as part of assessment process. Apprehensions of damage to records in fire in Scindia House (Mumbai) misplaced: I-T dept pic.twitter.com/JoYYP5grCW
— ANI (@ANI) June 3, 2018
बता दें कि दक्षिण मुम्बई स्थित आयकर विभाग के दफ्तर सिंधिया हाउस में शुक्रवार शाम को आग लग गई थी. बताया जा रहा था कि आयकर विभाग के इसी दफ्तर में नीरव मोदी जैसे कई आर्थिक अपराधियों से जुड़े कानूनी दस्तावेज रखे थे. साथ ही कर चोरी से जुड़े कई मामलों की फाइलें भी यहीं जमा थीं.
आयकर विभाग ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया के कुछ हिस्सों में रिपोर्टों का खुलासा करते हुए आरोप लगाया गया है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की जांच से संबंधित दस्तावेज मुंबई में आयकर विभाग के सिंधिया हाउस की आग में नष्ट हो गए हैं. ये खबर पूरी तरह से झूठी और गलत है.
News reports appearing in some sections of media alleging that records/documents relating to investigation of Nirav Modi/Mehul Choksi have been destroyed in the Scindia House fire in ITOffice,Mumbai are completely false & misdirected @PMOIndia @FinMinIndia @arunjaitley @adhia03
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) June 3, 2018
दक्षिण मुम्बई स्थित आयकर विभाग के दफ्तर सिंधिया हाउस में 300 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. बेनामी संपत्ति समेत आयकर से जुड़े कई मामलों के अहम दस्तावेज इसी इमारत में रखे जाते हैं.
बता दें कि नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है लेकिन फिर भी ऐसे कई अपराधी अब भी कानून की जद से बाहर हैं.
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक के साथ करीब 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी हैं.