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शहीदों की तेरहवीं से पहले पुलवामा का बदला, बालाकोट में आतंकियों को मारा

भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया है. भारतीय वायु सेना ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर कई आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया. हिंदुस्तान ने पाकिस्तान पर यह कार्रवाई 13वें दिन किया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर(फाइल फोटो)
प्रतीकात्मक तस्वीर(फाइल फोटो)

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भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया है. भारतीय वायु सेना ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर कई आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया. हिंदुस्तान ने पाकिस्तान पर यह कार्रवाई 13वें दिन किया है. वैसे तो 13वें दिन को हिंदू रीति-रिवाज में अच्छा नहीं माता जाता है, लेकिन यह 13वां दिन इतिहास में दर्ज हो गया और देश में जश्न का माहौल है.

हिंदू धर्म में किसी के मरने की तिथि से 13वें दिन किया जाने वाला पिंडदान संस्कार होता है. इसके बिना इस संस्कार की पूर्णता नहीं होती है. इसमें तेरह ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है .

बता दें कि वायुसेना के करीब 12 मिराज विमानों ने इस बालाकोट में ऑपरेशन को अंजाम दिया. हमले में 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की संभावना है. पाकिस्तान की ओर से हमले की बात स्वीकार ली गई है. हालांकि पाकिस्तान ने किसी भी तरह के नुकसान की बात मानने से इंकार कर दिया है.

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14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. जवानों की शहादत के बाद से ही लोग सरकार से पाकिस्तान से बदला लेने की मांग कर रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कड़े शब्दों में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी.

उन्होंने सेना को खुली छूट देने की बात कही थी. वहीं विपक्ष भी पुलवामा हमले को लेकर सरकार के साथ खड़ा था. सोमवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतरामण ने तीनों सेना के प्रमुखों और भारतीय दूतावास के अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक को खत्म हुए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए कि भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया.

शहीदों के परिजनों ने कहा- खोज-खोजकर आतंकियों को मारो

भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई की देश भर में जमकर तारीफ हो रही है. वहीं पुलवामा में शहीद हुए 40 जवानों के परिजनों ने भारत के इस कदम की सराहना की है. शहीदों के परिजनों ने कहा है कि भारत सरकार ने जो किया अच्छा किया है. अगले 50 से 100 साल में वहा पर कोई आतंकी पैदा न हो. इस तरह के हालात पाकिस्तान में पैदा हो जाने चाहिए.

परिजनों ने कहा कि वहां हमला किया, उससे ज्यादा हम संतुष्ठ नहीं हैं, लेकिन दिल के अंदर थोड़ा संतोष पहुंचा है. सेना हमारी उतरी है तो कुछ ना करेगी. जितने भी आतंकवादी हों चाहें वो श्रीनगर में हों या जम्मू में हों सबको खोज-खोजकर मार दिया जाए. इस कार्रवाई से हम खुश हैं. शहीद जवान के एक बच्चे ने कहा कि कार्रवाई ठीक हुई है, लेकिन हम चाहते हैं इससे भी बड़ी कार्रवाई हो. आतंकवाद को जड़ से खत्म कर देना चाहिए.

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