चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीन-दिवसीय भारत दौरे के तहत बुधवार को गुजरात के अहमदाबाद शहर पहुंचे. उनका गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी और उनकी पत्नी पेंग लियुआन का हयात होटल में स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच वार्ता हुई और क्षेत्रीय मुद्दों, चीन के औद्योगिक पार्क से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
इससे पहले शी को अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया. उनका हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने स्वागत किया.
होटल में चीनी राष्ट्रपति का स्वागत करने के बाद मोदी उन्हें वडनगर और बुद्ध से जुड़ी तस्वीरों की गैलरी दिखाने ले गए. सातवीं शताब्दी में चीनी यात्री ह्वेनसांग ने 15 साल तक अपने भारत प्रवास के दौरान वडनगर का दौरा किया था.
शी कोलंबो से अहमदाबाद पहुंचे हैं और वह इसके साथ ही भारत की यात्रा गुजरात से शुरू करने वाले विश्व के पहले नेता बन गए हैं. गुजरात की व्यावसायिक राजधानी में चीनी राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, मोदी और मुख्यमंत्री की होर्डिग लगी हुई है.
अहमदाबाद में जिनपिंग महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम का दौरा किया और वहां कुछ समय मोदी के साथ बिताया. इसके बाद वह मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान बनाए साबरमती रिवरफ्रंट पार्क में आयोजित दावत में हिस्सा लिया. साबरमती रिवरफ्रंट पार्क मोदी की परियोजना थी और लंदन के टेम्स नदी की तर्ज पर बनाई गई है. शी के इस दौरे के साथ ही साबरमती रिवरफ्रंट अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में आ गया है.
मोदी और शी गुरुवार को नई दिल्ली में हैदराबाद हाउस में वार्ता करेंगे, इसके बाद दोनों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जिसमें आधारभूत संरचना और रेलवे शामिल होंगे.
दौरे के दो घंटे के भीतर 3 समझौतों पर हस्ताक्षर
मोदी और जिनपिंग की मौजूदगी में अहमदाबाद में बुधवार को तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. इन तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने के बाद अब चीन की औद्योगिक, स्वास्थ्य और शैक्षणिक अधोसंरचना अब गुजरात में भी तैयार होगी. राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि चाइना डेवलपमेंट बैंक और गुजरात इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन राज्य में मिल कर औद्योगिक पार्क का निर्माण करेंगे. अहमदाबाद नगर निगम और चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य, शहरी साफ-सफाई और शैक्षणिक संरचना उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया. तीसरा समझौता चीन के ग्वांगदोंग प्रांत और गुजरात की सरकारों के बीच हुआ. दोनों देशों के कई व्यावसायी भी मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ मौजूद थे.