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भारत और चीन बनाएंगे हॉटलाइन संपर्क

भारत और चीन के बीच कूटनीतिक रिश्‍ते के 60 साल बाद दोनों देश द्विपक्षीय संबंध की प्रगाढ़ता के अप्रत्याशित दौर में हैं. दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक दूसरे के साथ हॉटलाइन संपर्क बनाने पर राजी हो गए हैं.

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भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं जयंती पर दोनों देश द्विपक्षीय संबंध की प्रगाढ़ता को और बढ़ाने को लेकर तैयार दिख रहे हैं. दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक दूसरे के साथ हॉटलाइन संपर्क बनाने पर राजी हो गए हैं.

भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के बीच इस हॉटलाइन संपर्क का मुख्‍य उद्देश्‍य दोनों देशों के बीच चल रहे मनमुटाव को कम करना है. सीमा विवाद को लेकर 13 दौर की बैठकों के बाद भी विश्‍व की सबसे लंबी सीमा रेखा रखने वाले दोनों देश विश्‍वास बढ़ाने को लेकर तैयार हो गए हैं.

इस प्रयास के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार हो या वाणिज्य या उच्च स्तरीय राजनीतिक संवाद या रक्षा संस्थानों के बीच संपर्क या सांस्कृतिक, शैक्षणिक, पर्यटन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में परस्पर विनिमय हो, सभी क्षेत्रों में भारत और चीन एक दूसरे से अप्रत्याशित रूप से हाथ मिलाकर काम कर सकेंगे.

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