भारत और इजरायल इस महीने सतह से हवा में मार करने में सक्षम लंबी दूरी की बराक-8 मिसाइल का परीक्षण कर सकते हैं. इसे दोनों देशों ने मिलकर विकसित किया है जो दूसरे छोर की मिसाइलों, विमान और ड्रोन के खिलाफ कवच की क्षमता रखती है.
इजरायल के पोत से दागा जाएगा
अगर इजरायल में होने वाला यह परीक्षण सफल रहता है तो सितंबर से पहले एक भारतीय पोत से इसका एक और परीक्षण किया जाएगा. रक्षा सूत्रों के अनुसार इस
परीक्षण के बाद बराक-8 को भारतीय युद्धपोतों में स्थापित करने का रास्ता साफ हो जाएगा. पिछले साल नवंबर में इजरायल में इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था. पहले मिसाइल को भारतीय पोत से दागा जाना था, लेकिन रक्षा सूत्रों का कहना है कि अब इसे पहले इजरायल के पोत से दागा जाएगा.
किए गए हैं बदलाव
सूत्रों ने कहा, ‘पिछले परीक्षण के बाद भारतीय नौसेना ने कुछ बदलावों की अनुशंसा की थी जिसे कर दिया गया है. आगामी परीक्षण में यह देखा जाना है कि क्या
बदलाव सफल हैं. इसके बाद भारतीय पोत पर परीक्षण किया जाएगा.’ इस परीक्षण के लिए जिस भारतीय पोत का इस्तेमाल हो सकता है, वह आईएनएस कोलकाता है.
इस मिसाइल को लेकर लॉन्चर और रडार पहले से ही मौजूद है.
भारत-इजरायल ने मिलकर बनाया है
परीक्षण को नौसेना की ओर से छोड़ी गई एक मिसाइल के खिलाफ किया जाएगा. मिसाइल को इस्राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज, भारत के डीआरडीओ, इजरायल के ‘एडमिनिस्ट्रेशन फॉर द डेवलपमेंट ऑफ वेपन्स एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रस्ट्रक्चर, एल्टा सिस्टम्स, राफेल तथा दूसरी कंपनियों की ओर से संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है.
पाक, चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता
बराक-8 को भारतीय नौसेना के लिए बड़ी संपत्ति माना जा रहा है क्योंकि इसमें पाकिस्तान और चीन की नौसेना की ओर से दागे जाने वाली किसी भी पोत-रोधक मिसाइल
को नष्ट करने की क्षमता है.
इनपुट: भाषा