कोटला वनडे में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 से विकेट से हरा दिया. सात मैचों की श्रृंखला में भारत अब 2-1 से आगे हो गया है. इस जीत में धोनी और युवराज की महत्वपूर्ण भूमिका रही. युवराज ने जहां 78 रन बनाए वहीं महेंद्र सिंह धोनी 71 रन बनाकर नाबाद रहे और टीम को जीत तक पहुंचाया. युवराज को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया. ऑस्ट्रेलिया के 229 रन के जवाब में भारत ने 48.2 ओवर में 4 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली.
भारत ने की धीमी शुरुआत
ऑस्ट्रेलिया द्वारा जीत के लिए दिए गए 230 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने धीमी शुरुआत की. हालांकि विकेट बचे रहे. भारत का पहला विकेट 37 रन के स्कोर पर वीरेंद्र सहवाग के रूप में गिरा. सहवाग 11 रन बनाकर आउट हो गए. सहवाग को जॉनसन ने बोल्ड कर दिया. सहवाग के बल्ले ने एक बार फिर उनका साथ नहीं दिया. हालांकि उनसे बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही थी. भारत का दूसरा विकेट सचिन तेंदुलकर के रूप में गिरा. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जल्दी-जल्दी रन बनाने के चक्कर में रन आउट हो गए. सचिन ने 32 रन बनाए और जॉनसन ने उन्हें रन आउट किया. सहवाग के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए गौतम गंभीर भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और केवल 6 रन बनाकर हॉरिट्ज की गेंद पर बोल्ड हो गए. इस तरह भारत ने तीसरा विकेट खोया.
धोनी और युवराज की शानदार पारी
उसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह ने भारतीय पारी को संभाला. एक समय तो ऐसा लगने लगा कि ये दोनो बल्लेबाज भारत को जीत दिला देंगे लेकिन ऐसा हो न सका. युवराज सिंह 78 रन के स्कोर पर हेनरिक्स का शिकार हो गए. हेनरिक्स ने युवराज को पगबाधा आउट कर दिया. युवराज ने 78 रनों की अपनी शानदार पारी में दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. उन्होंने 8 चौके और दो छक्के भी लगाए. युवराज के आउट होने के बाद सुरेश रैना मैदान में आए और धोनी के साथ मिलकर भारत को जीत तक ले गए. धोनी ने भी 71 रनों की शानदार पारी खेली और अंत तक आउट नहीं हुए. अपनी पारी में धोनी ने 6 बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा. धोनी और युवराज के बीच 148 रनों की साझीदारी हुई जिसने मैच को भारत की झोली में डाल दिया.
ऑस्ट्रेलिया की पारी
माइक हसी के नाबाद 81 रन और कप्तान रिकी पोंटिंग की अर्द्धशतक की बदौलत कोटला वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 230 रन का संघर्षपूर्ण लक्ष्य रखा है.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान रिकी पोंटिंग ने खुद शेन वॉटसन के साथ पारी की शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों ने ठोस लेकिन धीमी शुरुआत की. ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट 72 रन के स्कोर पर खोया जब वाटसन को युवराज सिंह की गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने स्टंप कर दिया. वाटसन ने 41 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया. उसके बाद माइक हसी अपने कप्तान का साथ देने मैदान में आए और दोनों ही बल्लेबाज टीम के स्कोर को 128 रन तक ले गए जहां पोटिंग आउट हो गए. इस तरह ऑस्ट्रेलिया का दूसरा विकेट गिरा. पोंटिंग ने 59 रन बनाए और रविंद्र जडेजा का शिकार बने.
उसके तुरंत बाद कैमरून व्हाइट बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए. व्हाइट को सुरेश रैना ने धोनी के हाथों कैच कराया. ऑस्ट्रेलिया टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 229 रन बनाए. माइक हसी ने 82 गेंदों का सामना कर शानदार 81 रन बनाए. भारत की ओर से प्रवीण कुमार सबसे किफायती गेंदबाज रहे. उन्हें 5 ओवर में केवल 16 रन दिए. हालांकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला. रविंद्र जडेजा ने दो जबकि हरभजन सिंह, सुरेश रैना और युवराज सिंह को एक-एक विकेट मिला.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. इस मैच में भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
ऑस्ट्रेलिया ने किए 3 बदलाव
नागपुर में दूसरा एकदिवसीय जीतने वाली भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ऑस्ट्रेलिया ने तीन बदलाव करते हुए टिम पेन, शान मार्श और बेन हिल्फेंहास की जगह ग्राहम मनाउ, मोइसेस हेनरिक्स और डग बोलिंजर को मौका दिया है. भारतीय खिलाड़ी रंग में दिख रहे हैं, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने खिलाड़ियों की चोटों से परेशान है. टिम पेन के बाद अब ब्रेट ली भी चोटिल होने के कारण ऑस्ट्रेलिया को तगड़ा झटका लगा है.
टीम इंडिया को अच्छी ओपनिंग की जरुरत
टीम इंडिया को अभी तक सचिन और सहवाग की ओपनिंग जोड़ी से अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी है. मास्टर ब्लास्टर अभी मैदान पर अपनी छवि के अनुरूप नहीं खेले हैं और दो मैचों में 18 रन ही बना सके हैं. वहीं सहवाग ने नागपुर वन डे में 40 रन की पारी खेल अपने हाथ खोले जरूर थे. धोनी ने कहा है कि मैं ओपनिंग जोड़ी से खुश हूं और जहां तक सचिन की बात है, वह जब क्रीज पर कदम रखते हैं तो उनसे हमेशा बड़े स्कोर की उम्मीद की जाती है.