नागपुर में खेले गए दूसरे वनडे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 99 रन से हरा दिया. इस तरह सात मैचों की श्रृंखला में भारत और ऑस्ट्रेलिया फिलहाल एक एक मैच जीतकर बराबरी पर हैं. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उनकी शानदार शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया.
भारत ने दिया था 355 का लक्ष्य
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित करने का फैसला महंगा पड़ा. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 355 रनों का लक्ष्य रखा. इस लक्ष्य का पीछा करते समय ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज हमेशा दबाव में दिखे. ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और केवल 20 रन के स्कोर पर उसने अपना पहला विकेट सलामी बल्लेबाज टिम पेन के रूप में खो दिया. पेन 8 रन बनाकर प्रवीण कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए. उसके बाद शेन वाटसन भी 19 रन के स्कोर पर सचिन तेंदुलकर को कैच थमा बैठे. उस वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 41 रन था. ईशांत शर्मा की गेंद पर स्लिप में खड़े सचिन ने वाटसन का कैच लपका.
नहीं दिखा रिकी पोंटिंग का कमाल
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग भी इस मैच में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और केवल 12 रन बनाकर प्रवीण कुमार की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए. उसके बाद माइक हसी और कैमरून व्हाइट ने मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की. लेकिन जब टीम का स्कोर 93 रन था तभी व्हाइट हरभजन सिंह की गेंद पर सुरेश रैना को कैच थमा बैठे. उसके बाद एसी वोग्स और माइक हसी अपनी टीम के स्कोर को 140 रन तक ले गए जहां हसी आउट हो गए. हसी का विकेट रविंद्र जडेजा के नाम रहा. उसके बाद थोड़ी थोड़ी देर पर ऑस्ट्रेलिया के विकेट गिरते रहे और पूरी टीम 255 रन बनाकर आउट हो गई. सबसे ज्यादा 53 रन माइक हसी ने बनाए. भारत की ओर से जडेजा ने 3 विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और ईशांत शर्मा को दो दो विकेट मिले. हरभजन सिंह और आशीष नेहरा को एक एक विकेट से संतोष करना पड़ा.
भारत की पारी
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के शानदार शतक और गंभीर तथा रैना के अर्द्धशतकों की मदद से नागपुर वनडे में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 355 रन का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा है. भारत की ओर से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 124, गौतम गंभीर ने 76, सुरेश रैना ने 62 जबकि वीरेंद्र सहवाग ने 40 रन बनाये.
नहीं चले तेंदुलकर और युवराज
भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 354 रन बनाए. भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. केवल 21 रन के स्कोर पर उसका पहला विकेट गिर गया. वीरेंद्र सहवाग के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर मात्र 4 रन बनाकर आउट हो गए. उसके बाद 67 रन के स्कोर पर वीरेंद्र सहवाग भी चलते बने. हालांकि सहवाग ने 40 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया. तेंदुलकर सिडल का शिकार बने जबकि सहवाग का विकेट जॉनसन के नाम रहा. पहले वनडे में नहीं खेल सके युवराज सिंह के बल्ले ने इस मैच में उनका साथ नहीं दिया और वो 23 रन बनाकर हिलफेंहास का शिकार हो गए. उस वक्त भारत का स्कोर 97 रन था.
गंभीर और रैना ने भी दिखाए हाथ
उसके बाद गौतम गंभीर ने कप्तान महेंद्र सिहं धोनी के साथ मिलकर पारी को संभाला. दोनों बल्लेबाजों ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए टीम के स्कोर को 216 रन तक पहुंचा दिया जहां गौतम गंभीर रन आउट हो गए. गंभीर ने 76 रन बनाए. उन्हें हॉरिट्ज ने आउट किया. गंभीर के आउट होने के बाद सुरेश रैना कप्तान का साथ देने मैदान में आए. रैना ने भी शानदार बल्लेबाजी की और महत्वपूर्ण 62 रन भी बनाए. भारत का पांचवां विकेट धोनी के रूप में गिरा. लेकिन जब धोनी आउट हुए तब तक भारत का स्कोर 350 रन हो चुका था.
ऑस्ट्रेलिया को निश्चित रूप से ब्रेट ली की कमी खली. भारतीय बल्लेबाजों के सामने उसके गेंदबाजों की एक न चली. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिशेल जानसन ने तीन जबकि बेन हिलफेंहास और पीटर सिडल ने एक एक विकेट चटकाया.
ऑस्ट्रेलिया ने जीता टॉस
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने टास जीतकर पहले क्षेत्र रक्षण करने का फैसला किया. भारत ने अपनी टीम में एक बदलाव किया है विराट कोहली के स्थान पर युवराज सिंह को लिया गया है. वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम को उस समय झटका लगा जब ब्रेट ली और जेम्स होप्स चोट खाकर बाहर हो गए.
पूरी तरह से फिट हैं युवराज
इस बीच टीम इंडिया के लिए खुशी की बात यह है कि युवराज सिंह पूरी तरह फिट होकर एक बार फिर मुकाबले के लिये तैयार है, यानी टीम इंडिया को एक बार फिर मिल गया है एक शानदार फील्डर, एक धमाकेदार बल्लेबाज और एक पार्ट टाइम स्पिनर. इस बीच ऑस्ट्रेलिया की पेस बैट्री फंस गई है फिटनेस की फांस में. ऐसे में टीम इंडिया के पास मैदान मारने वो मौका है जिसे वो हाथ से कतई नहीं जाने देना चाहेंगे.
ब्रेट ली और होप्स हुए चोटिल
ऑस्ट्रेलियाई टीम के सबसे घातक हथियार ब्रेट ली और ऑलराउंडर जेम्स होप्स चोट खाकर बाहर हो ही गए हैं साथ ही तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन भी इंजरी लिस्ट में शामिल हैं, यानी ऑस्ट्रेलिय़ा की पेस बैट्री फंस गई है फिटनेस की फांस में.जाहिर है इस मैच में जहां टीम इंडिया ताकतवर बल्लेबाजी क्रम के साथ मैदान पर उतरेगी वहीं चोटिल खिलाड़ियों की वजह से ऑस्ट्रलियाई गेंदबाजी अब उतनी धारदार नहीं रही. इन सबके अलावा सबसे अहम होगी टीम की रणनीति. अगर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पुरानी गलतियों से सबक लेकर नहले पे दहला मारा तो नागपुर में टीम इंडिया का परचम ही लहराएगा.