पाकिस्तान कश्मीर के मामले को तूल देने की लगातार कोशिश कर रहा है. कॉमनवेल्थ संसदीय बैठक को लेकर पाकिस्तान ने अपने रूख पर कायम रहते हुए कहा है कि वह अपने यहां आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं करेगा और अगर भारत को बैठक का बहिष्कार करना है तो यह उसकी इच्छा है.
अगले माह होने वाली है बैठक
पाकिस्तानी नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक ने कहा कि पाकिस्तान अगले महीने शुरू होने वाली सीपीसी की बैठक में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं करेगा. कश्मीर की विधानसभा वैध नहीं है इसलिए हम यह बात स्वीकार नहीं करेंगे.
पाकिस्तान का साफ इंकार
सादिक ने कहा, 'अगर भारत कश्मीर मुद्दे की वजह से सम्मेलन में शामिल नहीं होता तो यह उसकी इच्छा है. हम अपने रूख से नहीं हट सकते .'’ पाकिस्तान ने सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारतीय संसद और राज्य विधानसभाओं के स्पीकरों को आमंत्रित किया है लेकिन जम्मू-कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को आमंत्रित करने से इनकार कर दिया है.
भारत ने बहिष्कार की धमकी दी
भारत ने 30 सितंबर से आठ अक्तूबर तक इस्लामाबाद में आयोजित होने वाले सम्मेलन का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. सादिक ने कहा कि कश्मीर का मामला संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे में रहा है और 1947 से यह 'अनसुलझा विवाद' है.
शरीफ सरकार भी अड़ी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के विशेष सलाहकार और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने पिछले हफ्ते कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर अपने रूख पर समझौता नहीं करेगा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष को नहीं बुलाएगा.