गलवान नदी घाटी में चीन की हिमाकत के बाद भारत की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया. चीनी सैनिकों की ओर से पूर्व नियोजित और जघन्य खूनी हिंसा में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. आजतक/इंडिया टुडे आप तक गलवान घाटी के बैटल जोन का सच सैटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से पहुंचा रहा है.
प्लेनेट लैब्स की सैटेलाइट तस्वीरें (जो 15 जून को टकराव के 24 घंटे बाद से भी कम समय में खींची गई) हैरान करने डिटेल सामने लाती हैं. इसमें खूनी संघर्ष और उसके बाद की स्थिति का पता चलता है.
हिंसक झड़प में चीनी सेना का कमांडिंग अफसर भी मारा गया, 40 से ज्यादा हताहत
विजुअल साक्ष्यों से पता चलता है कि चीनी सैनिकों की संख्या कहीं अधिक होने के बावजूद जांबाज भारतीय सैनिकों ने मजबूती से जमीन पर पकड़ बना रखी है. ग्राउंड जीरो से 16 जून की हाई रिजॉल्यूशन तस्वीरें दिखाती हैं चीन की तरफ भारी बिल्ड अप बना हुआ है. ये स्थिति 6 जून को दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता में तनाव घटाने के समझौते के बावजूद है.
प्लेनेट लैब्स की ओर से ली गई सैटेलाइट तस्वीरों का इंडिया टुडे की ओर से किए रीव्यू किया गया. ये तस्वीरें दोनों देशों के बीच फ्लैश पाइंट को दिखाती है. वो फ्लैश पाइंट जहां भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दशकों के अंतराल के बाद इतने ज्यादा सैनिक हताहत हुए हैं.
गलवान की सैटेलाइट तस्वीरों के अहम निष्कर्ष
1 भारतीय सैनिकों की तुलना में कहीं अधिक चीनी सैनिक
पहली दो तस्वीरें साफ तौर पर दिखाती हैं कि सैन्य स्तर की बातचीत में तनाव घटाने के आपसी समझौते के बावजूद चीन की ओर भारी बिल्ड-अप बना हुआ है.
गलवान नदी घाटी में चीनी सैनिक (सोर्स- प्लेनेट लैब्स)
गलवान नदी घाटी में चीनी सैनिक (सोर्स- प्लेनेट लैब्स)
चीनी सैनिक इस क्षेत्र में भारत की तुलना में कहीं अधिक संख्या में तैनात हैं. टकराव और पीछे हटने की वार्ता के बाद भी चीन के 200 से अधिक सैन्य वाहन और अनेक टैंट क्षेत्र में मौजूद हैं. चीन की ओर गहन बिल्ड अप दिखाई देता है.
2 भारतीय सेना की अपनी पोजीशन पर मजबूत पकड़
चीनी सैनिकों के अधिक संख्या में होने और बड़ी कैजुअलिटी के बावजूद तस्वीरों से पता चलता है कि भारतीय सैनिक अपनी पोजीशन पर मजबूती से पकड़ बनाए हुए हैं. भारतीय सेना ने आधिकारिक तौर पर कम से कम 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने और कुछ के घायल होने की पुष्टि की है. 15-16 जून की मध्यरात्रि को ऊंचाई वाले क्षेत्र में ये टकराव समझा जाता है कि आमने-सामने हाथों की लड़ाई से हुआ.
गलवान घाटी में फ्लैशपाइंट
गलवान नदी घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच फ्लैश पाइंट (सोर्स- प्लेनेट लैब्स)
चीनी ट्रेल का मध्य हिस्सा (सोर्स- प्लेनेट लैब्स)
चीनी ट्रेल का मध्य हिस्सा (सोर्स- प्लेनेट लैब्स)
तस्वीरों से साबित होता है कि महीनों से चले आ रहे तनाव को घटाने के लिए तैयार होने और पीछे हटने की बात मानने के दस दिन के अंदर ही चीन ने विश्वासघात किया. तस्वीरें दिखाती हैं कि तनाव घटाने की प्रक्रिया के बीच में चीन ने अपने सैनिक बिल्ड अप को बढ़ा दिया. तस्वीरों में चीनी सैनिकों को तीन हिस्सों में बंटा देखा जा सकता है. फॉरवर्ड बिल्ड अप के बाद LAC की ओर निर्देशित दो ट्रेल्स दिखते हैं. मंगलवार की तस्वीरों से साफ है कि चीनी पक्ष की ओर सैंकड़ों सैन्य वाहन लाइन अप हो रहे हैं. साथ ही चीनी ट्रेल के मध्य और पिछले हिस्से में कई शिविर (पड़ाव) भी बंटे हुए नजर आते हैं.