वैश्विक वित्तीय संकट से निपटने के लिए भारत व चीन ने साथ मिलकर काम करने का भरोसा जताया है. चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ ने भारत के साथ दीर्घकालिक संबंधों की वकालत की है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक बीजिंग में सातवीं एशिया-यूरोप बैठक के समापन के ठीक बाद जिंताओ ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि भारत व चीन आर्थिक सहयोग व आपसी संबंधों को बनाए रखने में सफल रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय मसलों पर दोनों ने एक-दूसरे का साथ दिया है.
जिंताओ ने कहा कि भारत व चीन एशिया के प्रमुख विकासशील देश हैं और पड़ोसी के साथ अच्छे संबंध रखना चीन की नीति रही है. दोनों देशों को एक-दूसरे के हितों को ठीक से देखने व समझने की जरूरत है.