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भारत और चीन के बीच हुआ सीमा पर शांति बनाए रखने का समझौता

चीन ने भारत से सीमा विवाद दूर करने के लिए एक समझौता किया है. भारत और चीन ने रिश्ते मजबूत करने की दिशा में कुछ ठोस कदम बढ़ाए हैं.

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चीन ने भारत से सीमा विवाद दूर करने के लिए एक समझौता किया है. भारत और चीन ने रिश्ते मजबूत करने की दिशा में कुछ ठोस कदम बढ़ाए हैं.

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दोनों प्रधानमंत्रियों की बैठक के बाद चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग और भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हम सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए सहमत हुए हैं, ताकि हमारे संबंध और सुधरें.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने का हमने फैसला किया है. दोनों ही प्रधानमंत्रियों ने आपसी विश्वास और समझ के लिए कई तरह के कदम उठाने का भी फैसला किया है.

चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने कहा कि हमने राजनीतिक संबंध और सहयोग बढ़ाने के लिए रास्ते तलाशने पर बातचीत की. मनमोहन सिंह ने कहा कि चीन के प्रधानमंत्री से मुझे सभी मसलों पर पूरा सहयोग मिला. मनमोहन सिंह ने चीन से नत्थी वीजा का मुद्दा भी उठाया और इसका समाधान करने को कहा.

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पानी के बंटवार पर भी समझौता
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके चीनी समकक्ष ली केकियांग ने बुधवार को सीमा पार नदियों और जल बंटवारे के प्रबंधन से संबंधित समझौते को भी मंजूरी दी.

जहां तक सीमा की बात है, मनमोहन सिंह ने कहा कि सीमा रक्षा सहयोग समझौता (बीडीसीए) सीमा पर शांति स्थापित करने की मौजूदा प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा. साथ ही केकियांग ने कहा, 'मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि यह सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति लाएगा.'

मनमोहन सिंह ने कहा कि केकियांग के साथ उनकी बातचीत बेहद अच्छी रही है और जब भारत व चीन मिलते हैं, तो विश्व की नजर इस पर रहती है.

'हम हाथ मिलाते हैं, तो दुनिया देखती है...'
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने चीनी समकक्ष ली केकियांग के साथ वार्ता के बाद कहा कि जब भारत और चीन हाथ मिलाते हैं, तब दुनिया इसे देखती है. भारत और चीन ने 9 समझौते किए, जिसमें सीमा पार की नदियों पर भी एक समझौता शामिल है.

मनमोहन सिंह ने कहा, 'भारत और चीन ने अपनी साझेदारी के सभी वादे पूरे करने और संबंधों को मित्रतापूर्ण बनाए रखने का संकल्प लिया.'

इससे पहले ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में मनमोहन सिंह की आगवानी की गई और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद दोनों नेता सीमित प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के लिए मिले. इसके बाद एक और बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों का पूर्ण प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ.

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ली केकियांग के साथ बैठक के बाद मनमोहन सिंह राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मिलेंगे. राष्ट्रपति शी चिनफिंग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए रात्रि भोज की मेजबानी करेंगे, जो किसी भारतीय नेता के लिए एक असाधारण सम्मान होगा.

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