हाल में लद्दाख में चीनी घुसपैठ के परिप्रेक्ष्य में विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने शनिवार को कहा कि दोनों देश नए सीमा रक्षा सहयोग समझौते पर काम कर रहे हैं.
हाल में बीजिंग दौरे से लौटे खुर्शीद ने कहा कि दोनों पक्षों ने रेखांकित किया कि दौलत बेग ओल्डी में घुसपैठ जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए और इस बात पर सहमत हुए कि सुधरते संबंधों के बीच यह मुद्दा नहीं आना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सीमा के संबंध में विस्तार से चर्चा के लिए भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों की एक-दो महीने के अंदर मुलाकात होगी. उन्होंने कहा, ‘चीन ने कुछ समय पहले सीमा सुरक्षा समन्वय समझौते का प्रस्ताव दिया था.. हमने भी अपने सुझाव दिए हैं.’
चीन के सैनिकों के हाल में भारतीय सीमा के अंदर 19 किलोमीटर तक घुस आने के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘हमने न तो इसकी कोई समीक्षा की और न ही कोई टीका टिप्पणी की.’ उन्होंने गतिरोध को दूर करने के लिए वर्तमान तंत्र पर संतोष जताया.
चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग के दौरे में विवादास्पद मुद्दों को उठाए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘कोई जटिल मुद्दा नहीं है, बड़े मतभेद का ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिसे बाधा के रूप में देखा जाए.’
उन्होंने कहा कि चीन के प्रधानमंत्री के दौरे के समय सहमति पत्र पर दस्तखत किए जाएंगे और कुछ सहमति पत्र पर इसी वर्ष बाद में होने वाली प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बीजिंग दौरे पर हस्ताक्षर करेंगे.
खुर्शीद ने कहा, ‘वर्ष 1954 के बाद पहली बार दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों का एक ही साल के अंदर परस्पर दौरा हो रहा है.’