विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आगाह किया कि विश्व संरक्षणवाद के तूफान का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘पहले मैं’ रवैये से सहमत नहीं है.
उन्होंने कहा कि भारत ‘हम और हमारा' संकल्पना में विश्वास करता है. विदेश मंत्री ने कहा, ‘जब राष्ट्रपति ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि उनका नारा ‘पहले मैं’ है, तो मैं दुखी हुई.’
वह पिछले साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र में ट्रंप के उस भाषण का जिक्र कर रही थीं जिसमें उन्होंने कहा था, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में, मैं हमेशा अमेरिका को पहले रखूंगा, ठीक आपकी तरह, जैसा कि आपके देश के नेता हमेशा अपने देश को पहले रखेंगे और उन्हें पहले देश को रखना भी चाहिए.’
सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत अन्य देशों की सहायता करने की नीति में विश्वास करता है, खासतौर पर उन लोगों को जो सहायता के लिए हाथ बढाते है. 'अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो विकसित देश बढ़ते रहेंगे और आविकसित देश आविकसित ही रह जाएगें. फिर आर्थिक असमानता कैसे कम होगी.'
सुषमा आईसीसीआर द्वारा आयोजित पहले पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मारक अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान के मौके पर बोल रही थीं.