भारत की ओर से साल में चार बार सिख श्रद्धालुओं का दस्ता पाकिस्तान जाता है. इसी दौरान ऐसा देखा गया है कि भारत के विरुद्ध पाकिस्तान की ओर से साजिश रची जाती है, जो कि धार्मिक यात्रा के खिलाफ है. पिछले कुछ वर्षों में भारत के खिलाफ विद्रोह भड़काने की साजिश रची जाती है.
भारत ने अपने डोजियर में इस बात के सबूत पेश किए हैं कि रेफरेंडम 2020 की गतिविधियां पाकिस्तान से चलाई जाती हैं. रेफरेंडम 2020 से संबंधित कई वीडियो और तस्वीरें भारत ने पाकिस्तान को अपने डोजियर में सौंपा है. पंजाबी सिख संगत के बाहर रेफरेंडम 2020 की गतिविधियों के सबूत भी हैं, और ऐसी तस्वीरें भी हैं जिमें एके-47 के साथ खालिस्तान समर्थक खड़े नजर आ रहे हैं.
इसी डोजियर में इस बात के सबूत सौंपे गए हैं जिसमें खालिस्तान समर्थक नेता गोपाल सिंह चावला जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद के साथ नजर आ रहा है.
भारत ने अपने डोजियर में सात खालिस्तान समर्थकों का नाम शामिल किया है. भारत की ओर से पेश किए गए डोजियर में गोपाल सिंह चावला, जगरूप सिंह रूपा, हरमीत सिंह पीएचडी, लखवीर सिंह रोडे, तारा सिंह, बिशन सिंह और महेंद्र सिंह का नाम शामिल है.
भारत ने 23 पेज का यह डोजियर इस्लामाद को 14 जुलाई को सौंप दिया है. वाघा बॉर्डर पर भारत-पाकिस्तान के बीच हुई बैठक में यह डोजियर सौंपा गया है. इस मीटिंग में पाकिस्तान ने वादा किया है कि अपनी सीमा के भीतर भारत विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाएगा.