देश की पहली अंडरवाटर टनल कोलकाता के हुगली मे बन रही है यह भारत की पहली सबसे कम मेट्रो सुरंग है. दिसंबर 2019 तक हुगली नदी के नीचे एक मेट्रो का लक्ष्य रखा गया है.
इस टनल का काम अप्रैल के अंत मे शुरू हुआ था. इस सुरंग की लंबाई 520 मीटर और चौडाई लगभग 30 मीटर होगी. इस टनल मे काम करने वाले लोगों और यात्रियों के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस टनल को बनाने मे खास तरह का मेटरियल इस्तेमाल किया गया है और पानी के रिसाव से बचने के लिए विशेष गैसकेट का प्रयोग किया गया है जो पानी के संपर्क मे आकर फैल जाता है.
रेल अधिकारियों ने बताया है कि इस टनल का काम किसी चुनौती से कम नहीं है और इस टनल को 120 साल के लिए बनाया जा रहा है जिस कारण किसी भी तरह कमी नहीं की जाएगी.
इस टनल के बन जाने के बाद आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों का दैनिक सफर आसान हो जाएगा हालांकि, सुरंग का काम अभी थोड़ा धीमा चल रहा है क्योंकि सुरंग तीन हेरिटेज़ बिल्ड़िंग से गुज़र रही है, जिसके लिए भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुमति की आवश्यकता है. अनुमति मिलने के बाद काम फिर से अपनी गति से चालू हो जाएगा.
यह टनल कोलकाता मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के अंतर्गत आती है और इस परियोजना को 5000 करोड़ की लागत से पूरा किया जा रहा है जो लगभग 17 किलोमीटर लंबा है.
हुगली टनल बन जाने के बाद कोलकाता देश का पहला राज्य बन जाएगा जहां मेट्रो नदी के नीचे से गुज़रेगी और भारत उन देशों मे शामिल हो जाएगा जहां मैट्रो नदी के अंदर चलेगी.