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भारत को मुम्बई हमले के साजिशकर्ता हेडली तक पहुंच मिली

भारत को पाकिस्तान मूल के अमेरिकी लश्कर आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली तक पहुंच मिल गयी है. हेडली ने मुम्बई हमले में अपनी भूमिका स्वीकार की थी.

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भारत को पाकिस्तान मूल के अमेरिकी लश्कर आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली तक पहुंच मिल गयी है. हेडली ने मुम्बई हमले में अपनी भूमिका स्वीकार की थी.

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अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स ने आज बताया, ‘‘हां, (भारत को) हेडली तक पहुंच मिल गयी है. यह सतत प्रक्रिया है और मेरे पास कोई विस्तृत विवरण नहीं है, मैं बस इतना कह सकता हूं कि यह मसला दोनों देशों के उपयुक्त पेशेवरों के हाथ में है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपनी प्रतिबद्धता पूरी की.’’ जोन्स के पास हालांकि इस बात की विस्तृत जानकारी नहीं थी कि अमेरिका पहुंचे भारतीय जांचकर्ताओं के दल को कब और कैसे हेडली तक पहुंच उपलब्ध कराई गई. हेडली को शिकागो में पकड़ा गया था.

उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस बात की बहुत खुशी है कि आतंकी गतिविधियों से त्रस्त इस दुनिया में हम दोनों देश मिलकर यह सुनिश्चित कर कर रहे हैं कि जब भी कोई गिरफ्तार किया जाए तो हम एक दूसरे से सूचनाएं और खुफिया जानकारी साझा करें क्योंकि यह दोनों के हित में हैं.

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साथ ही, ऐसे व्यक्ति से यदि किसी भी पक्ष को पूछताछ करने में दिलचस्पी है तो हम उनके लिए पूछताछ की व्यवस्था कराने का भी प्रयास करें.’’{mospagebreak}

हालांकि जब उनसे पूछा गया कि हेडली तक पहुंच सिर्फ एक बार के लिए होगी या एक से अधिक बार के लिए होगी ,तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता लेकिन हमारे बीच सहयोग और एक दूसरे के रूख के प्रति सम्मान की भावना है और यह बहुत अच्छा है. हमने पहला कदम उठाया है, अब हमें यह देखना होगा कि इसके बाद भी कोई अनुरोध होता है या नहीं.’’ जब उनसे पूछा गया कि दरअसल यह क्या दर्शाता है तो अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा, ‘‘यदि मैं आतंकवादी होता तो यह सहयोग मुझे यह बताता कि भारत और अमेरिका एक दूसरे के साथ मिलकर इतनी घनिष्टता के साथ काम कर रहे हैं कि मेरा काम बहुत ज्यादा कठिन हो जाएगा, और यह एक अच्छी बात है.’’

जोन्स ने कहा, ‘‘दरअसल हमें देशों के बीच ऐसे नेटवर्क की आवश्यकता है जो उन्हीं (आतंकवादियों) की तरह , उन्हीं की गति, सटीकता और खुलेपन के साथ परस्पर सहयोग करे क्योंकि कोई भी ऐसा देश नहीं है जो अकेले आतंकवाद के राक्षस को परास्त कर सके. यह कई देशों को मिलकर करना होगा.’’

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जोन्स का बयान विदेश मंत्री एस एम कृष्णा के इस बयान के बाद आया है कि इस प्रकार की जांच काफी संवेदनशील होती है. मंत्री ने यह भी स्पष्ट रूप से नहीं बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने हेडली से पूछताछ की है या नहीं.

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