पंजाब पुलिस ने कनाडा में छिप कर रह रहे नौ वांछित खालिस्तानी उग्रवादियों और उनके मददगारों में से छह के नाम सार्वजनिक कर दिए हैं. इन पर पंजाब में उग्रवाद फैलाने, दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप है. आइए बताते उन छह उग्रवादियों के बारे में जिनकी पंजाब पुलिस को तलाश है.
खालिस्तान समर्थक लोगों की सूची पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत यात्रा के दौरान अमृतसर में सौंपी थी. जिन उग्रवादियों के नाम सार्वजनिक किए गए हैं, उनमें गुरजीत सिंह चीमा, मलकीत सिंह, हरदीप सिंह निज्जर, गुरजिंदर सिंह पन्नू, मनदीप सिंह और गुरप्रीत सिंह प्रीत के नाम शामिल है.
मलकीत सिंह
कनाडा के सरी में रह रहे और मूलतः पंजाब के अमृतसर के निवासी मलकीत सिंह उर्फ फौजी पर खालिस्तानी उग्रवादियों के एक संगठन को हथियार मुहैया कराने का आरोप है जो हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग में शामिल था.
हरदीप सिंह
कनाडा के इसी इलाके में छिपकर रह रहा हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स से ताल्लुक रखता है और वह लुधियाना के श्रृंगार सिनेमा ब्लास्ट में शामिल था, जिसमें 6 बेकसूर लोग मारे गए थे. निज्जर ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में शामिल खालिस्तानी उग्रवादी जगतार सिंह तारा को 2012 मे भारत में उग्रवादी गतिविधियों को फैलाने के लिए दस लाख रुपये उपलब्ध कराए थे. तारा फिलहाल चंडीगढ़ की बुरैल जेल में बंद है.
निज्जर ने अगस्त 2009 में राष्ट्रीय सिख संगत प्रमुख रूलदा सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी. उसने 2014 में पांच लोगों के साथ मिलकर खालिस्तान टाइगर फोर्स की स्थापना की थी जिसके बाद उसके खिलाफ चार मामले दर्ज किए गए.
हरदीप सिंह निज्जर
हरदीप सिंह निज्जर पर भी खालिस्तान से जुड़े उग्रवादी संगठनों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है. पंजाब पुलिस ने जांच के चलते चार खालिस्तानी समर्थकों के नाम जाहिर नहीं किए हैं. इन लोगों पर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है और इनके खिलाफ जांच चल रही है.
गुरजीत सिंह चीमा
गुरजीत सिंह चीमा कनाडा के ब्रम्प्टोन में रह रहा और पंजाब के गुरदासपुर से ताल्लुक रखता है. वह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का मॉड्यूल स्थापित करने के लिए मार्च 2017 में भारत आया था. उसने सुखमनप्रीत नाम के आदमी को जुलाइ 2016 और मई 2017 में मॉड्यूल स्थापित करने के लिए 70,000 दिए थे.
उसने उग्रवादियों को पाकिस्तान में रह रहे जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे खालिस्तानी उग्रवादी लखबीर सिंह रोड़े की मदद से हथियार भी मंगवाए थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुरजीत का एक साथी पाकिस्तान में रह रहे बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सरगना बधावा सिंह बब्बर के संपर्क में है.
गुरप्रीत सिंह
वांछित गुरप्रीत सिंह पर भी खालिस्तानी उग्रवादियों के लिए हथियार मुहैया कराने का आरोप. उसने पंजाब में टेरर मॉड्यूल स्थापित करने के लिए जून 2017 से फरवरी 2017 के दरमियां एक लाख रुपये से अधिक की राशि जुटाई थी. कनाडा के हैमिल्टन में रह रहे गुरजिंदर सिंह पन्नू ने गुरप्रीत सिंह को हथियार खरीदने के लिए 3.7 लाख रुपये उपलब्ध कराए थे.
गुर्जिंदर सिंह पन्नू
गुरजीत सिंह चीमा, गुरप्रीत सिंह और गुर्जिंदर सिंह पन्नू इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से ताल्लुख रखते हैं और उनके खिलाफ 21 मई 2017 को अमृतसर में एफआईआर दर्ज की गई थी.
कनाडा में चल रही भारत विरोधी गतिविधियों के चलते भारत और कनाडा के बीच तनातनी का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ हुई मुलाकात के दौरान इस मामले को गंभीरता से उठाया था.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्रुडो साथ भारत दौरे पर आए कनाडा के मंत्रियों को खालिस्तानी समर्थक बता कर उनसे मिलने से मना कर दिया था. फिलहाल ट्रूडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैप्टन अमरिंदर सिंह को वांछित लोगों के खिलाफ करवाई का भरोसा दिया है. देखना होगा की वह कनाडा में चल रही भारत विरोधी गतिविधियों को रोक पाने मे कितना कामयाब होते है.