भारत ने पाकिस्तान के उन दावों को खारिज किया है, जिसमें उसने कहा है कि भारत तालिबान को आर्थिक मददमुहैया करा रहा है.
आतंक का शिकार है भारत
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करने की अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है और भारत की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहा है. ज्यादा अच्छा यह होगा कि वो अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभाए. भारत आतंकवाद को पोषित करने वालों में से नहीं बल्कि पाक समर्थित आतंकवाद का शिकार है".
भारत पर तालिबान को वित्तीय मदद देने का आरोप
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया पाक के गृह मंत्री रहमाल मलिक के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत उन कुछ खास दुश्मन एजेंसियों में शामिल है जो पाकिस्तान में अस्थिरता पैदा करने के लिए तालिबान की मदद कर रही हैं. एक समाचार चैनल के साथ साक्षात्कार में यह पूछे जाने पर कि तालिबान का कौन समर्थन कर रहा है मलिक ने कहा ‘‘पाकिस्तान के खिलाफ कुछ दुश्मन तत्व और दुश्मन एजेंसियां हैं जो पाकिस्तान में स्थिरता नहीं देखना चाहते.’’
भारत का सामना करने के लिए तैयार: मलिक
इस सवाल के जवाब में कि क्या भारत उन दुश्मन एजेंसियों में शामिल है मलिक ने कहा ‘‘हां बेशक मैं इस बात से सहमत हूं. मुझे इस बारे में कोई संदेह नहीं है. मैं एकदम स्पष्ट हूं. मैं पूरा ब्योरा दे चुका हूं.’’ मलिक ने कहा ‘‘यदि भारतीय गृहमंत्री या कोई और मुझसे इस मुद्दे पर सामना करना चाहता है तो मुझे प्रसन्नता होगी क्योंकि मैं जानता हूं कि मैं क्या कह रहा हूं’’.
भारत पर पहले भी लगाया था आरोप
मलिक ने पिछले सप्ताह कहा था कि पाकिस्तान के पास बलूचिस्तान प्रांत में भारत की कथित संलिप्तता के ठोस सबूत हैं और इन्हें भारतीय मंत्रियों या प्रतिनिधियों के साथ उनकी पसंद के किसी मंच पर साझा किया जा सकता है. उन्होंने कहा था ‘‘मैं भारत के गृहमंत्री या किसी और को पाकिस्तान आमंत्रित करता हूं तथा मैं बलूचिस्तान में भारत के हस्तक्षेप की सभी सामग्री रिकॉर्ड पर रखूंगा. मैं इसे दुनिसा के सामने साबित करूंगा.’’