बराक ओबामा भले ही गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे लेकिन इस समारोह के लिए वह पहले ऐसे अमेरिकी नेता नहीं है जिन्हें आमंत्रित किया गया. पूर्व विदेश सचिव के श्रीनिवासन ने कहा कि 1994 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव की ओर से तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को गणतंत्र दिवस परेड के लिए आमंत्रित किया था लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. क्लिंटन स्टेट ऑफ द यूनियन के अपने संबोधन के समय को नहीं बदलना चाहता थे. इसलिए उन्होंने भारत का न्योता स्वीकार नहीं किया.
श्रीनिवासन ने कहा, 'मई 1994 में जब नरसिंह राव वॉशिंगटन गए थे तो वह राष्ट्रपति क्लिंटन से काफी प्रभावित होकर लौटे थे. एक महीने बाद मुझसे पता करने को कहा कि क्या राष्ट्रपति 1995 में गणतंत्र दिवस के हमारे मुख्य अतिथि बनने पर रजामंदी जताएंगे?'
श्रीनिवासन ने हेडलाइंस टुडे पर ओबामा के दौरे पर करण थापर के विशेष कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली में अमेरिकी दूतावास और अमेरिका में भारतीय दूतावास जैसे राजनयिक माध्यमों का इस्तेमाल करने की बजाए उन्होंने तत्कालीन उप विदेश मंत्री स्ट्राब तलबोट से बात की. उन्हें बताया गया कि आमंत्रण से क्लिंटन खुश हैं लेकिन स्टेट ऑफ द यूनियन का संबोधन उनकी पहली प्राथमिकता है.
भाषा से इनपुट