प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहली बार लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. स्वतंत्रता दिवस समारोह में कुछ ऐसे खास पल थे, जो बेहद दिलचस्प, रोचक थे. मोदी ने इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कुछ मायनों में इतिहास रचा है. यहां पढ़िए लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान के कुछ दिलचस्प वाक्ये.
1.बुलेट प्रूफ केबिन- प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में अपना भाषण बुलेट प्रूफ केबिन में नहीं दिया. मोदी ने करीब एक घंटे का अपना भाषण बुलेट प्रूफ केबिन में देने की बजाय खुले में दिया.
2. बिना लिखा भाषण- प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने लालकिले से बिना लिखा हुआ भाषण दिया. इससे पहले देश के प्रधानमंत्री लालकिले पर पढ़कर भाषण देते थे.
3.सुरक्षा घेरा तोड़ा- प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण देने के बाद सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए बच्चों से मुलाकात की. इससे पहले यह कभी नहीं देखा गया है कि लालकिले पर मौजूद बच्चों से देश का कोई प्रधानमंत्री मिला हो.
4. प्रतिभा आडवाणी ने गमला किया ठीक- स्वतंत्रता दिवस समारोह में लाल कृष्ण आडवाणी की बेटी प्रतिभा उनके साथ पहली लाइन में बैठी हुईं थी. पास में एक गमला गिरा हुआ था, जिसे प्रतिभा ने खुद अपने हाथों से ठीक किया.
5.जावड़ेकर भाषण करते रहे नोट- प्रधानमंत्री मोदी लालकिले से बिना पढ़े भाषण देते रहे और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मोदी का पूरा भाषण नोट-पैड पर नोट करते रहे.
6. मोदी की पगड़ी- प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में जो पगड़ी पहन रखी थी, वो पगड़ी मोदी को गुजरात के प्रभारी और राजस्थान से जुड़े वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर ने तैयार कर उन्हें पहनाया था. केसरिया रंग की इस पगड़ी को जोधपुर के त्रिपुलिया बाजार से खरीदा गया और विमान से दिल्ली पहुंचाया गया. पीएम आवास से इस पगड़ी को लेकर एक सहायक माथुर के घर ले गया.
7.वंदे मातरम- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना भाषण खत्म करने के बाद वंदे मातरम के नारे लगाए. लालकिले की प्राचीर से बीते सालों में यह देखने को नहीं मिला है कि किसी प्रधानमंत्री ने लालकिले से भाषण खत्म होने के बाद वंदे मातरम का नारा लगाया हो.