अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि हम अपना भविष्य जैसा बनाना चाहते हैं उसके लिये भारत अपरिहार्य है. ओबामा और प्रथम महिला मिशेल ने ओबामा प्रशासन के दस माह के शासन के पहले राजकीय अतिथि सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर का व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत किया.
48 वर्षीय ओबामा ने 77 वर्षीय भारतीय नेता से कहा ‘‘मेरे राष्ट्रपति काल में आपकी पहली राजकीय यात्रा है और यह उचित ही है कि आपको तथा भारत को इस तरह का मान दिया जाये.’’ उन्होंने कहा ‘‘हम ऐसा भविष्य बनाना चाहते हैं जिसमें भारत अपरिहार्य है. भारत और अमेरिका विश्व अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकते हैं.’’ ओबामा ने कहा ‘‘परमाणु ताकत के तौर पर हम विश्व के सबसे घातक हथियारों के प्रसार को रोकने आतंकवादियों से खुदरा परमाणु पदार्थ हासिल करने में और परमाणु मुक्त विश्व के साझा सपने को साकार करने में पूर्ण भागीदार हो सकते हैं.’’
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सबसे पहले तो अमेरिका को भारत की ओर से शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका सहयोग अब एक नए दौर में पहुंच चुका है और दोनों देश मिलकर चुनौतियों से निपटेंगे. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दुनिया को एटमी हथियार से मुक्त बनाने का भी आह्वान किया. पीएम ने कहा ' मैं भारत के सौ करोड़ लोगों की दुआएं साथ लेकर आया हूं.' आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की बात दोहराते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि बेहतरी और विकास के लिए आपसी सहयोग जरूरी है.
इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत किया. ओबामा और अमेरिका की प्रथम महिला लेडी मिशेल ने ओबामा प्रशासन के पहले राजकीय अतिथि और उनकी पत्नी गुरशरण कौर का व्यक्तिगत तौर पर स्वागत किया. व्हाइट हाउस के विशाल लॉन में आयोजित किये जाने वाले इस आलीशान स्वागत को वर्षा के कारण व्हाइट हाउस की शानदार इमारत के अंदर ही आयोजित किया गया. समारोह के दौरान भारत और अमेरिका दोनों के राष्ट्रगान बजाये गये. सिंह की यह यात्रा ओबामा प्रशासन द्वारा आयोजित की गयी पहली राजकीय यात्रा है जो किसी भी विदेशी अतिथि के लिये सबसे बड़ा सम्मान होता है.
दोनों नेता अपनी सीधी बातचीत के दौरान पाकिस्तान और अफगानिस्तान की स्थिति सहित विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे. दोनों नेता हालांकि इससे पहले अप्रैल में लंदन में हुई समूह 20 की बैठक और पिट्सबर्ग में भी हुई समूह 20 की बैठक में संक्षिप्त तौर पर मिल चुके हैं लेकिन वे पहली बार विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों और जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न वैश्विक मसलों पर सहयोग की संभावना पर चर्चा करेंगे. समझा जाता है कि दोनों नेता आतंकवाद क्षेत्र की स्थिति जलवायु परिवर्तन आर्थिक एवं व्यापारिक संबन्ध कृषि तथा शिक्षा जैसे मुद्दो पर भी विचारों का आदान प्रदान करेंगे.
सिंह की अमेरिका की यह दूसरी राजकीय यात्रा है. उन्होंने वर्ष 2005 में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश से भी भेंट की थी. समझा जाता है कि प्रधानमंत्री सिंह पाकिस्तान को दी जा रही अमेरिकी सहायता का अन्यत्र उपयोग किये जाने पर भारत की चिंता से भी ओबामा को अवगत करायेंगे और सहायता का अन्यत्र उपयोग करने पर जवाबदेही सुनिश्चित करने पर बल देंगे. बैठक और दोनों देशों के विचार विमर्श के बाद सिंह और ओबामा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करेंगे और संयुक्त बयान जारी करेंगे जिससे दोनों देशों के बीच प्रगाढ होते संबन्धों का आभास मिलेगा. दोनों देश कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर करेंगे जिनमें आतंकवाद पर लगाम कसने के लिये सहमति ज्ञापन शामिल है. इसमें आतंकवाद से निपटने की खातिर सहयोग करने के लिये कानूनी ढांचा तैयार करने की बात कही जायेगी. इसके अलावा दोनों नेता कोपेनहेगन में होने वाली बैठक से पूर्व जलवायु परिवर्तन पर भी चर्चा करेंगे. प्रधानमंत्री ने संकेत दिया है कि वह भारत को अमेरिकी प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को और उदार बनाये जाने और भारत अमेरिकी परमाणु करार को जल्दी अमल में लाने पर बल देंगे.
व्हाइट हाउस में होने वाले इस भव्य रात्रिभोज में आमंत्रित मेहमानों की सूची का खुलासा नहीं किया गया है लेकिन अमेरिकी मीडिया के अनुसार लगभग 400 मेहमान आमंत्रित किये गये हैं. रात्रिभोज में अतिथियों की सूची से लेकर भोज का मेनु और मनोरंजन की व्यवस्था तक में अमेरिका के इस प्रथम दंपत्ति ने व्यक्तिगत तौर पर रुचि ली है. सूत्रों के अनुसार ग्रैमी और ऑस्कर पुरस्कार विजेता गायिका और अभिनेत्री जेनिफर हडसन अतिथियों का मनोरंजन करेंगी.