प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि भारत और चीन सीमा विवाद का ‘व्यवहारिक’ और ‘तथ्यपरक’ समाधान निकालने के लिए कड़े प्रयास कर रहे हैं और इसमें समय लगेगा.
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारे बीच सीमा को लेकर विवाद है और इसका समाधान किया जाना है. हम इस समस्या के व्यवहारिक और तथ्यपरक समाधान के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. संवाददाताओं ने उनसे भारत और चीन के बीच संबंधों के बारे में पूछा था.
सिंह के अनुसार, दोनों देश मानते हैं कि सीमा विवाद के हल में समय लगेगा. उन्होंने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि जब तक सीमा विवाद का समाधान नहीं कर लिया जाता, तब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखना चाहिए.
चीन-भारत संबंधों के बारे में सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध मजबूत हुए हैं और चीन आज भारत का सबसे बड़ा कारोबारी साझीदार है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में बड़े पैमाने पर चीनी निवेश हुआ है और चीन में भारतीय निवेश भी उल्लेखनीय है. उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर हमारे संबंध सही दिशा में जा रहे हैं. बहुपक्षीय मुद्दों के बारे में सिंह ने कहा कि चीन इस बात को समझता है कि दोनों देशों ने मिलते जुलते कदम उठाए हैं और एक साथ काम कर उन्हें उसका लाभ मिल सकता है.
इस संदर्भ में उन्होंने कोपनहेगन सम्मेलन का उदाहरण दिया. पिछले साल दिसंबर में जलवायु परिवर्तन पर हुए इस सम्मेलन में भारत और चीन ने विकसित देशों को अपना एजेंडा थोपने से रोकने के लिए एक साथ काम किया था.