scorecardresearch
 

नेहरू की परिकल्पना थी आज का भारत: प्रणब मुखर्जी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारत आज जो कुछ भी है जवाहरलाल नेहरू की परिकल्पना और राष्ट्र के प्रति उनके सम्पूर्ण समर्पण का परिणाम है. भारत के लिए नेहरू की सेवाएं अथाह हैं.

Advertisement
X
प्रणब मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारत आज जो कुछ भी है जवाहरलाल नेहरू की परिकल्पना और राष्ट्र के प्रति उनके सम्पूर्ण समर्पण का परिणाम है. भारत के लिए नेहरू की सेवाएं अथाह हैं. इन वजहों से BJP के नेहरू हैं मोदी

Advertisement

उन्होंने कहा कि वह हमारे समय के सबसे महान व्यक्तित्वों में से एक थे. राष्ट्रपति 'जवाहर लाल नेहरू और आधुनिक भारत का निर्माण' विषय पर नई दिल्ली में 46वां जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल व्याख्यान दे रहे थे. इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि आधुनिक भारत को कैसा दिखना चाहिए इस बारे में नेहरू की एक स्पष्ट दृष्टि थी और उन्होंने मजबूत स्तंभों की स्थापना से अपने सपनों को साकार किया. नेहरू की यही सोच युवा राष्ट्र का समर्थन करेगी.

मुखर्जी ने कहा कि यदि भारत आज एक जीवंत लोकतंत्र है तो इसकी वजह नेहरू द्वारा रखी गई मजबूत नींव है. यदि भारत क्रय शक्ति समानता के मामले में दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, तो इसके पीछे नेहरू द्वारा स्थापित की गई बहुउद्देश्यीय परियोजनाएं, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और व्यवस्थित योजना प्रक्रिया के साथ-साथ उच्च शिक्षा के संस्थान शामिल हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा कि अगर भारत को आज दुनिया के तकनीकी रूप से उन्नत देशों के बीच गिना जाता है, तो इसकी वजह यह है कि नेहरू ने वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देते हुए देश भर में वैज्ञानिक अनुसंधान प्रयोगशालाओं की श्रृंखलाओं का निर्माण किया.

राष्ट्रपति ने कहा कि आज हम जिस उभरती हुई अर्थव्यवस्था के दौर में है उसे यहां तक लाने में नेहरू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि नेहरू का जीवन और दर्शन, उनका संघर्ष और उनकी उपलब्धियां महाकाव्य से कम नहीं थे. लेकिन हमारे लिए उनकी सबसे कीमती विरासत लोगों की संप्रभुता में निहित राजनीति के प्रति उनकी गहरी लोकतांत्रिक भावना है.

राष्ट्रपति ने कहा कि अभी हाल ही में हुए 16वीं लोक सभा के चुनावों में जिस तरह से हमारे 83.4 करोड़ के 66.4 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया वह नेहरू के ही प्रयासों की पुष्टि करते हैं.

पंडित जवाहर लाल नेहरू की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल फंड द्वारा इस व्याख्यान का आयोजन किया गया था.

Advertisement
Advertisement