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किसानों के लिए अच्छी खबर, इस साल नहीं पड़ेगा सूखा, अच्छी बारिश का अनुमान

दीर्घावधि मानसून पूवार्नुमान के अनुसार, जून से सितंबर की 4 महीने की मानसून अवधि में दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 100 फीसदी बारिश होने का अनुमान है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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देश के किसानों के लिए अच्छी खबर है कि इस साल मॉनसून सीजन में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मॉनसून बेहतर रहने से खरीफ फसलों की बुआई अच्छी हो सकती है. मौसम संबंधी पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काइमेट ने इस साल के मॉनसून का पूर्वानुमान जारी किया है.

स्काईमेट के मुताबिक 2018 में मॉनूसन सामान्य रह सकता है. साथ ही इस साल सूखा पड़ने की संभावना शून्य फीसदी है. स्काइमेट की ओर से जारी दीर्घावधि मानसून पूवार्नुमान के अनुसार, जून से सितंबर की 4 महीने की मानसून अवधि में दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 100 फीसदी बारिश होने का अनुमान है.

स्काइमेट के सीईओ जतिन सिंह के मुताबिक, ला नीना और प्रशांत क्षेत्र में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने से अत्यधिक बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि नीनो इंडेक्स और तटस्थ आईओडी (इंडियन ओशन डायपोल) से मॉनूसन पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है. इस प्रकार मॉनसून सामान्य रहेगा.

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मई-जून-जुलाई के तीन महीनों के दौरान नीनो इंडेक्स 60 फीसदी से ज्यादा तटस्थ रहने की संभावना है. वहीं, ला नीना मौसम पैटर्न 24 फीसदी और अलनीनो 14 फीसदी रह सकता है.

स्काईमेट के मुताबिक जून महीने में दीर्घावधि औसत के मुकाबले 111 फीसदी बारिश हो सकती है. वहीं जुलाई -दीर्घावधि औसत के मुकाबले 97 फीसदी बारिश हो सकती है. इसके अलावा अगस्त में दीर्घावधि औसत के मुकाबले 96 फीसदी, सितंबर में 101 फीसदी बारिश होने का पूर्वानुमान है.

इन इलाकों में होगी बारिश

स्काईमेट के मुताबिक इस साल उत्तर भारत के शहर वाराणसी, गोरखपुर, शिमला, लखनऊ, मनाली, देहरादून, श्रीनगर समेत पूर्वी यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्‍मीर में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान है.

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