भारत में नेपाल के राजदूत नीलाम्बर आचार्य ने बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस मौके पर भारत और नेपाल के बीच व्यापार, धार्मिक, सांस्कृतिक, टूरिज्म समेत अन्य क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर बल देने पर चर्चा की गई. साथ ही राजदूत नीलाम्ब आचार्य ने दिव्य और भव्य कुंभ के सफल आयोजन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी.
राजदूत नीलाम्बर आचार्य ने कहा कि भारत और नेपाल के लोगों में भावनात्मक संबंध हैं. नेपाल के प्रधानमंत्री हमेशा से भारत के प्रति सकारात्मक होकर बेहतर संबंध बढ़ाने के लिए तत्पर हैं. उन्होंने कहा, 'दोनों देशों की एक ही आत्मा है. नेपाल का नागरिक भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में सबसे विश्वसनीय है. 1947 में भारत से टूटकर पाकिस्तान अलग हो गया, लेकिन पाकिस्तान के साथ भारत का वैसा सौहार्द नहीं है, जितना कि नेपाल के साथ भारत का है. नेपाल हमेशा से ही भारत को अपना पारिवारिक सदस्य मानता रहा है. दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और भाईचारा सुदृढ़ है.'
राजदूत नीलाम्बर आचार्य ने कहा कि उन्होंने दो साल तक बहराइच के सरकारी इंटर कालेज में पढ़ाई की है. इस इंटर कालेज में नेपाल के बच्चे आज भी पढ़ते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहराइच के सरकारी इंटर कालेज में वे खुद राजदूत नीलाम्बर आचार्य के साथ दौरा करेंगे.
राजदूत नीलाम्बर आचार्य ने कहा कि मीडिया में आता है कि नेपाल ने बाढ़ का पानी छोड़ दिया, जिससे उत्तर प्रदेश में बाढ़ आ गई. ये प्राकृतिक आपदा है, इसके लिए दोनों देशों को बेहतर और सकारात्मक कदम उठाने के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि सिंचाई क्षेत्र में दोनों देश बेहतर काम कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल के नवलपरासी बांध के समानान्तर बनाई गई धोबहा ड्रेन से जल निकासी को लेकर गण्डक हाई लेवल कमेटी ने इस कार्य की संस्तुति की है. कमेटी ने पांच स्थानों पर पुल बनाए जाने की संस्तुति भी की है. इसके साथ ही नेपाल से सटे इलाकों में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से ड्रेन पर पुल बनाए जाने का कार्य करवाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल के बनबसा बैराज के ऊपर बाएं तट पर जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग कार्य कर रहा है.
कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले उत्तर प्रदेश के यात्रियों के सहायतार्थ नेपाल सरकार के दूतावास से सिमीकोट एयरपोर्ट पर एक स्वागत कक्ष और सहायता केंद्र बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है. जिससे यात्रियों को आवश्यकता होने पर उचित मार्गदर्शन प्राप्त हो सके साथ ही स्वास्थ्य आदि किसी प्रकार की समस्या होने पर उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जा सके.
राजदूत नीलाम्बर आचार्य ने कहा कि दोनों देशों के आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है. इसमें अपार संभावनाएं हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेपाल-भारत के मैत्री संबंध रामायण युग से चले आ रहे हैं, जब देवी सीता से विवाह के लिए भगवान राम जनकपुर पधारे थे. प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में नेपाली पर्यटक अयोध्या दर्शन के लिए आते हैं. वहीं भारतीय पर्यटक जनकपुर जाते हैं.
पर्यटकों की सुविधा के लिए जनकपुर और अयोध्या के बीच ट्विन सिटी एग्रीमेंट किया गया है. जिससे दोनों देशों के बीच बस का संचालन हो रहा है. योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत और नेपाल के मध्य आवागमन की सुविधा के दृष्टि से रुपईडीहा चेक पोस्ट के लिए करीब एक किमी में भूमि अधिग्रहण का कार्य एलपीएआई से किया जा चुका है.
भारत नेपाल सीमा को जोड़ने वाली अत्यंत महत्वपूर्ण लुम्बिनी-दुद्धी मार्ग पर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ककरहवा की तरफ से करीब 66 किमी लंबाई में चौड़ीकरण का काम चल रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने राम जानकी मार्ग को विकसित करने का फैसला किया है. यह मार्ग प्रदेश में श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या से प्रारंभ होकर बिहार होते हुए नेपाल में मां जानकी के जन्म स्थल जनकपुरी तक विकसित किया जाना प्रस्तावित है.
नेपाल के राजदूत ने बताया कि नेपाल राष्ट्र से निर्यात की जा रही मेडीसनल हर्बस (रोजिन और टरपेन्टाइन) पर उत्तर प्रदेश में अभिवहन के लिए ट्रांजिट पास और अभिवहन शुल्क अदा करने को निर्यातकर्ता को रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है. नेपाल की मांग है कि उन्हें पूर्व की भांति बिना शुल्क अदा किए रोजिन और टरपेन्टाइन का अभिवहन देश में करने दिया जाए. इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है.