पाकिस्तान की ओर से बीते 6 महीने में 133 आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसमें 14 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने अलग-अलग ऑपरेशन में ढेर किया है. यह जानकारी बुधवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने दी. उन्होंने कहा कि इस दौरान एक जवान भी शहीद हुआ.
अहीर ने ये भी जानकारी दी कि पिछले साल भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान की ओर से 406 आतंकियों ने कोशिश की, जिसमें 59 आतंकवादियों को सीमा पर ही सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था. राज्यसभा में जानकारी देते हुए हंसराज अहीर ने कहा की पिछले साल 2017 में सुरक्षाबल के 7 जवान भी शहीद हुए थे.
घुसने की फिराक में 400 आतंकी
पाक अधिकृत कश्मीर में यानी पीओके में 11 नए लांचिग पैड्स पर आतंकी अपने मौके का इंतजार कर रहे हैं. एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक इन लांचिग पैड्स पर करीब 400 आतंकी मौजूद हैं.
सूत्रों के मुताबिक ये लॉन्च पैड कुछ इस प्रकार हैं:
केल, शारदी, दुधनियाल, अथमुगम, जूरा, लीपा, पछिबन चमन, फॉरवर्ड कहुता, कोटली, जनकोट, निकैल. खुफिया रिपोर्ट में भारतीय सीमा के सामने पीओके के किस कैंप में कितने आतंकी हैं, इसकी सटीक जानकारी भी मौजूद है.
जानकारी के मुताबिक गुरेज के सामने सीमापार पर बने हुए कैंप में 9 खूंखार आतंकियों की मौजूदगी है. माछिल सेक्टर में सीमापार से 35 आतंकी लांच पैड् पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
केरन सेक्टर के सामने 36 आतंकी मौजूद हैं. तंगधार सेक्टर में 33 आतंकी, नौगाम में 18, उरी में 32, रामपुर में 26, पूंछ में 35, कृष्णा घाटी में 34, मेंढर में 8, बिंबर गली में सबसे ज्यादा 77 आतंकी. ये सभी आतंकी भारत में घुसने की तैयारी में हैं.
इसके अलावा नौशेरा में 27, सुंदरबनी में 5, सांबा और हीरानगर सेक्टर में 5 और 8 आतंकी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक जिन नए ट्रेनिंग सेंटरों पर आतंकियों को शिक्षा दी जा रही है वो पाक अधिकृत कश्मीर में बोई (BOI), मदारपुर(Madarpur),फगोश (Fagosh) और देवलियां (Deolian) के ट्रेनिंग कैंप हैं.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईसीआई ने आतंकियों को हथियार और मारकाट से भी ज्यादा हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल कर भारी तबाही मचाने का प्रशिक्षण देने के लिए आर्मी के आईटी एक्सपर्ट को नियुक्त किया है. इस टैंनिग कैंप में इलेक्ट्रानिक सर्विलांस सिस्ट्म, अत्याधुनिक अमेरिकन और चाईऩीज हथियार और जीपीएस की कमांड को बदलने की ट्रैंनिग दी जा रही है.
इससे पहले गृह मंत्रालय ने लोकसभा में बताया कि इस साल 22 जुलाई तक सुरक्षाबलों ने 110 आतंकवादियों को जम्मू - कश्मीर में ढेर किया है. गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने सांसद अर्का केसरी देव के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है. अर्का केसरी देव ने पूछा था कि जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों की संख्या में क्या इस साल पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा वृद्धि हुई है. इसके साथ ही उन्होंने ब्यौरा मांगा था कि विगत 3 वर्षों में कितने आतंकी मारे गए हैं.
इस पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि इस साल 22 जुलाई तक 110 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है. जबकि पिछले साल 2017 में 213 आतंकवादी कश्मीर घाटी में अलग-अलग ऑपरेशन में मारे गए थे. हंसराज अहीर ने लोकसभा में यह भी जानकारी दी कि 2015 और 2016 में 108 और 150 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया था. 22 जुलाई 2018 तक आतंकी ऑपरेशन के दौरान 18 नागरिक भी मारे गए हैं जबकि 2017 में 40 नागरिक अलग-अलग ऑपरेशन के दौरान मारे गए थे.