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IPPB लॉन्चिंग पर मोदी ने NPA पर कांग्रेस को घेरा, पढ़ें 10 बड़ी बातें

दिल्ली में IPPB को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. साथ ही एनडीए सरकार में बैंकिंग सिस्टम में किए गए सुधारों को गिनाया. IPPB को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक सितम्बर 2018 को देश के इतिहास में एक अभूतपूर्व सुविधा की शुरुआत होने के रूप में याद किया जाएगा. पढ़िए पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें......

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पीएम मोदी
पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दिल्ली में 'इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक' (IPPB) को लॉन्च कर दिया. इसकी देशभर में 650 शाखाएं और 3250 एक्सेस प्वाइंट हैं, जहां समानांतर रूप से शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.

IPPB को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक सितम्बर 2018 को देश के इतिहास में एक अभूतपूर्व सुविधा की शुरुआत होने के रूप में याद किया जाएगा. इसके साथ ही देशभर में सभी 1.55 लाख डाकघर 31 दिसंबर 2018 तक आईपीपीबी प्रणाली से जुड़ जाएंगे. पढ़िए पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें...

1. आजादी के बाद से लेकर साल 2008 तक देश के बैंकों ने 18 लाख करोड़ रुपये की राशि ही लोन के तौर पर दी थी. लेकिन साल 2008 के बाद के छह वर्षों में ये राशि बढ़कर 52 लाख करोड़ रुपये हो गई यानी जितना लोन बैंकों ने आजादी के बाद दिया था, उसका दोगुना लोन पिछली सरकार के छह साल में बांट दिया.

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2. हमारे देश में फोन बैंकिंग का प्रसार उस समय उतना नहीं हुआ था, लेकिन नामदारों ने फोन पर बैंकिंग और फोन पर कर्ज दिलवाने शुरू कर दिए थे. जिस भी बड़े उद्योगपति को लोन चाहिए होता था, वो नामदारों से बैंक को फोन करवा देता था. बैंक वाले फिर उस व्यक्ति या उसकी कंपनी को झट से करोड़ों रुपये का कर्ज दे देते थे. कांग्रेस और उसके नामदारों की फोन बैंकिंग ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया.

3. बैंकों ने ये जानते हुए कि उनके द्वारा दिए गए लोन की वापसी मुश्किल होगी, लेकिन एक परिवार के ऑर्डर के बाद विशेष लोगों को लोन दिया. इतना ही नहीं, जब ऐसे लोग डिफॉल्ट करने लगे, तो बैंकों पर दबाव बनाकर उन्हें नए लोन दिलाए गए. ये गोरखधंधा लोन की रीस्ट्रक्चरिंग के नाम पर हुआ.

4. 12 बड़े डिफॉल्टर, जिनको साल 2014 के पहले लोन दिया था, जिसके NPA की राशि करीब पौने दो लाख करोड़ रुपये हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई और उसके नतीजे आज दिख भी रहे हैं. इसी प्रकार 27 और बड़े लोन खाते हैं, जिनमें एक लाख करोड़ का एनपीए है. इसकी वापसी का भी इंतजाम किया जा रहा है. जिनको लग रहा था कि नामदार परिवार की सहभागिता और मेहरबानी से उनको मिले लाखों-करोड़ रुपये हमेशा-हमेशा के लिए उनके पास रहेंगे, हमेशा इनकमिंग ही रहेगी, अब उनके खाते से आउटगोइंग भी शुरू हुई है.

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5. एनडीए की ही सरकार NPA की सच्चाई, पिछली सरकार के इस घोटाले को देश के सामने लेकर आई. हमने केवल बीमारी का पता ही नहीं लगाया, बल्कि उसके कारण भी तलाशे और उस बीमारी को दुरुस्त करने के लिए कदम भी उठाए हैं. पिछले चार साल में 50 करोड़ से बड़े सभी लोन की समीक्षा की गई है. लोन की शर्तों का कड़ाई से पालन हो, ये सुनिश्चित किया जा रहा है. हमने कानून बदले, बैंकों के मर्जर का निर्णय लिया और बैंकिंग सेक्टर में प्रोफेशनल अप्रोच को बढ़ावा दिया.

6. कांग्रेस देश की अर्थव्यवस्था को एक लैंडमाइन पर बैठाकर गई है. उसी समय देश और दुनिया के सामने इसकी सच्चाई रख दी जाती, तो ऐसा विस्फोट होता कि अर्थव्यवस्था संभल नहीं पाती. बहुत ऐहतियात के साथ इस संकट से देश को बाहर निकाला गया. इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक देश के अर्थतंत्र और सामाजिक व्यवस्था में एक बड़ा परिवर्तन करने जा रहा है. हमारी सरकार ने पहले जनधन के माध्यम से करोड़ों गरीब परिवारों को पहली बार बैंक पहुंचाया और आज से बैंक को ही गांव और गरीब के दरवाज़े पर पहुंचाने का काम शुरू हो गया है.

7. जो लोग बैंकिंग धोखाधड़ी के गोरखधंधे में लगे थे, उन्हें भी अच्छी तरह पता था कि एक दिन उनकी पोल खुलेगी. इसलिए उसी समय से हेराफेरी की एक और साजिश साथ-साथ रची गई. बैंकों का दिया कितना कर्ज वापस नहीं आ पा रहा, इसके सही आंकड़े देश से छिपाए जाने लगे. साल 2014 में जब हमारी सरकार बनी तो सारी सच्चाई सामने आने लगी, तब बैंकों से कड़ाई से कहा गया कि सही-सही आकलन करें कि उनकी कितनी राशि इस तरह का लोन देने की वजह से फंस गई है.

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8. हमारी सरकार देश के बैंकों को गरीब के दरवाजे पर लेकर आ गई है. वरना चार-पांच साल पहले तक तो ऐसी स्थिति बना दी गई थी कि बैंकों का अधिकांश पैसा सिर्फ उन्हीं अमीर लोगों के लिए रिजर्व रख दिया गया था, जो एक परिवार विशेष के करीबी थे.

9. IPPB के लॉन्च होने के बाद अब डाकिया चलता फिरता बैंक बन गया है. उन्होंने कहा कि सरकार पर लोगों का विश्वास बेशक डगमगाया हो, लेकिन डाकिया के प्रति कभी नहीं डगमगाया. पहले डाकिया को चोर और डाकू भी परेशान नहीं करते थे. IPPB किसानों के लिए भी एक बड़ी सुविधा साबित होगा. प्रधानमंत्री फसल बीमा जैसी योजनाओं को इससे विशेष बल मिलेगा. पोस्ट पेमेंट बैंक के बाद अब योजनाओं की क्लेम राशि भी घर बैठे ही मिला करेगी.

10.  एक तरफ शुक्रवार को एशियन गेम्स में भारत ने अपना अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया, तो दूसरी तरफ देश को अर्थव्यवस्था के आंकड़ों से भी मेडल मिला है. 8.2 फीसदी की दर से हो रहा विकास भारत की अर्थव्यवस्था की बढ़ती हुई ताकत को दिखाता है. ये एक नए भारत की उज्ज्वल तस्वीर को सामने लाता है.

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