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कालाधन: भारत को 24,000 से अधिक मामलों में गोपनीय विदेशी आंकड़े मिले

विदेशों में जमा कालेधन का पता लगाने के प्रयासों के तहत भारत को पिछले वित्त वर्ष में 24,000 से अधिक मामलों में गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराई गई हैं. ये सभी मामले कथित टैस चोरी और संदिग्ध कोषों से जुड़े हैं. बताया जाता है कि कर विभाग मामलों की जांच कर रहा है. यही नहीं, कालेधन पर गठित विशेष जांच दल की नजरें भी अब गोपीय सूचना के नतीजे पर टिकी हुई हैं.

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विदेशों में जमा कालेधन का पता लगाने के प्रयासों के तहत भारत को पिछले वित्त वर्ष में 24,000 से अधिक मामलों में गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराई गई हैं. ये सभी मामले कथित टैस चोरी और संदिग्ध कोषों से जुड़े हैं. बताया जाता है कि कर विभाग मामलों की जांच कर रहा है. यही नहीं, कालेधन पर गठित विशेष जांच दल की नजरें भी अब गोपीय सूचना के नतीजे पर टिकी हुई हैं.

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जानकारी के मुताबिक, घरेलू क्षेत्र से जुड़े विदेशी खातों और ब्योरों के बारे में ज्यादातर सूचनाएं न्यूजीलैंड, स्पेन, ब्रिटेन, स्वीडन और डेनमार्क से मिली हैं. वित्त मंत्रालय द्वारा एसआईटी को दिए गए आंकड़ों के अनुसार इस कार्य के लिए गठित मंत्रालय की विशेष इकाई को कुल 24,085 आंकड़े मिले.

सीबीडीटी के अंतर्गत आने वाली इस विशेष इकाई को यह सूचना के आदान-प्रदान की व्यवस्था के जरिए मिली है. जिन अन्य देशों ने भारत के अनुरोध का जवाब दिया, उसमें ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, इटली और त्रिनिदाद व टोबैको शामिल हैं.

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