देश भर में शनिवार को गणतंत्र दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया और इस अवसर पर तिरंगा फहराकर रंगारंग परेड निकाली गयी. कहीं से किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली है और नक्सलियों और पूर्वोत्तर के उग्रवादी संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस का बहिष्कार किये जाने के आह्वानों का प्रभाव भी देखने को नहीं मिला.
वर्ष 1950 में भारतीय संविधान को अपनाये जाने की याद में राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ मनाये जाने वाले गणतंत्र दिवस के अवसर पर विभिन्न राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों एव अन्य नेताओं ने उग्रवादियों से हिंसा का रास्ता त्याग कर वार्ता के लिए आगे आने का आह्वान, महिला एवं बच्चों की गरिमा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने सहित विभिन्न मुद्दों का उल्लेख किया.
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा ने कड़ी सुरक्षा के बीच मौलाना आजाद स्टेडियम में तिरंगा फहराया. उन्होंने पिछले दो सालों में आतंकी हिंसा में गिरावट आयी है.
बहरहाल उन्होंने आगाह किया कि जब तक राज्य के उत्तर पश्चिमी सीमाओं पर जब तक स्थायी शांति कायम नहीं हो जाती, सुरक्षा बल किसी भी परिस्थितियों में अपनी चौकसी कम नहीं कर सकते हैं. उन्होंने यह बात संभवत: नियंत्रण रेखा पर उस हालिया तनाव की ओर संकेत करते हुए कही जिसमें पाकिस्तानी सैनिकों ने संघषर्विराम का उल्लंघन करते हुए एक भारतीय सैनिक का सिर काट दिया.
इस मौके पर जम्मू कश्मीर के ग्रामीण विकास मंत्री अली मोहम्मद सागर ने श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में कहा कि राज्य को विकास के पथ पर ले जाने के लिए शांति पहली जरूरत है और बंदूकों से किसी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता.
उन्होंने अलगाववादियों से वार्ता में शामिल होने और अपने विचार रखने को कहा. उन्होंने कहा कि बंदूक से इस जगह (कश्मीर) सिर्फ विनाश हुआ है. बंदूकों से किसी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता.
मणिपुर में विद्रोहियों ने तीन शक्तिशाली बमों का विस्फोट किया. इसमें एक विस्फोट फर्स्ट मणिपुर राइफल्स ग्राउंड पर किया गया जहां गणतंत्र दिवस समारोह होना था. इस समारोह में कड़ी सुरक्षा के बीच राज्यपाल गुरबचन जगत ने विभिन्न दस्तों के मार्च पास्ट की सलामी ली.
टीएलएफए, एनडीएफबी, यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फंट्र और रेवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट सहित पूर्वोत्तर के प्रमुख विद्रोही संगठनों के बहिष्कार के आह्वान का कोई असर नहीं देखने को मिला क्योंकि सरकारी संगठनों में बड़े स्तर पर लोगों की भागीदारी देखने को मिली.
रायपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल शेखर दत्त ने कहा कि दुर्गम वन क्षेत्रों में नक्सलवादी हिंसा से निपटने और पूरे प्रदेश में संतुलित विकास के प्रयासों का लाभ मिलना शुरू हो गया है. दत्त ने कहा कि नक्सलवादी हिंसा में शहीद सुरक्षाबलों के जवानों तथा स्थानीय रहवासियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
महाराष्ट्र में राज्यपाल के शंकरनारायणन ने गणतंत्र दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के बाद परेड की सलामी ली. उन्होंने इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्य के समक्ष उत्पन्न सूखे की स्थिति का प्रमुखता से उल्लेख किया.
राज्य के गृह मंत्री आर आर पाटिल ने पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के जरिये नक्सल आंदोलन से निपटा जा सकता है तथा लोगों को इस काम में सरकार को सहयोग देना चाहिए.
गोवा के राज्यपाल बी वी वांछू ने राज्य सहित देश के कुछ हिस्सों में निर्दोष महिलाओं एवं बच्चों के साथ होने वाले घृणित अपराधों को अंजाम देने वाले बीमार एवं मानसिक रूप से विकृत लोगों के प्रति चिंता जतायी.
गुजरात के आदिवासी बहुल डांग जिले के अहवा गांव में राज्य के मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह को एक ऐतिहासिक अवसर करार देते हुए मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं से राष्ट्र निर्माणा में योगदान का आह्वान किया.
इस अवसर पर राज्यपाल डा. कमला ने तिरंगा फहराया और इसके बाद पुलिस परेड हुई. मोदी ने समारोह के बाद कहा कि अहवा जैसी छोटी सी ग्राम पंचायत द्वारा राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह की मेजबानी करना देश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है और इससे लोगों की क्षमता का पता चलता है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने लोगों से कहा कि वे कन्या भ्रूणहत्या और भ्रष्टाचार जैसी समाजिक कुरीतियों को दूर करें. उन्होंने विकास की गति को और तेज करने के लिए महिलाओं के सशक्तिकरण पर बल दिया. गणतंत्र दिवस के अवसर पर रेवाड़ी राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के बाद उन्होंने कहा कि हरियाणा ने पिछले आठ सालों में हर क्षेत्र में जबरदस्त विकास किया है.