संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर और नियंत्रण रेखा संघर्षविराम उल्लंघन के मुद्दे उठाए जाने के बाद भारत ने इसका कड़ा जवाब देते हुए कहा कि इस्लामाबाद असल में आतंकवाद को पैदा और प्रायोजित करने की अपनी ही नीतियों का पीड़ित है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 70वें सत्र में आम चर्चा के दौरान जवाब देने के भारत के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन में प्रथम सचिव अभिषेक सिंह ने कहा कि यह ‘अफसोसनाक’ है कि पाकिस्तान ने ‘सच्चाई को तोड़ने-मरोड़ने और हमारे क्षेत्र में मौजूद चुनौतियों की गलत तस्वीर पेश करने के लिए एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के उच्चस्तरीय खंड का ‘दुरूपयोग’ करने का विकल्प चुना है.
It needs no imagination to figure out which side initiates this exchange: 1st Secy,Permanent Mission of India to UN to UN Pres
— ANI (@ANI_news) October 1, 2015
World knows,primary reason fr firing is to provide cover to terrorists crossing border: 1st Secy,Permanent Mission of India to UN to UN Pres— ANI (@ANI_news) October 1, 2015
गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने महासभा में अपने संबोधन के दौरान कहा था कि उनका देश आतंकवाद का ‘प्रमुख पीड़ित’ है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी पाकिस्तानी पीएम के कश्मीर राग पर जमकर पलटवार किया है.India open even today to engage Pak on outstanding issues in atmosphere free of terrorism&violence:1st Secy,Permanent Mission of India to UN
— ANI (@ANI_news) October 1, 2015
whether it ws under 1972 Simla Agreement,or more recently,understanding between our two PMs at Ufa:1st Secy,Permanent Mission of India to UN
— ANI (@ANI_news) October 1, 2015