पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद और मुंबई पर आतंकवादी हमले के मुकदमे के संबंध में पाकिस्तान, भारत की चिंताओं का सम्मान करता है और नई दिल्ली को भी कश्मीर तथा जल बंटवारे के संबंध में इस्लामाबाद की चिंताओं का निदान करना चाहिए ताकि संवाद सफल हो.
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच अविश्वास की खाई पाटने की जरूरत है. कुरैशी ने कहा, ‘पाकिस्तान उनकी (भारत की) चिंताओं की परवाह करता है और चाहे वह आतंकवाद या मुंबई मुकदमे का मामला हो, उनका समाधान करना चाहता है.’
कुरैशी ने कहा, ‘साथ ही, उसे (भारत) भी जम्मू-कश्मीर तथा जल बंटवारे, सियाचिन तथा सर क्रीक जैसे मामले में पाकिस्तान के हितों का खयाल रखना चाहिए.’ दक्षिणी शहर कराची में संवाददाताओं से बातचीत में कुरैशी ने कहा, ‘दोनों देशों को साथ बैठकर अपनी चिंताओं के बारे में बात करनी चाहिए और जरूरी कदम उठाने चाहिए. इससे विश्वास बहाली होगी और अविश्वास में कमी आयेगी.’
कुरैशी ने कहा, ‘इससे दोनों देशों और क्षेत्र के हालात सुधरेंगे.’ दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया के प्रश्न के जवाब में कुरैशी ने कहा, ‘संवाद प्रक्रिया सही रास्ते पर है. इस समय वार्ताओं के अलावा दूसरा कोई रास्ता भी नहीं है.
उल्लेखनीय है कि दो सप्ताह पहले कुरैशी की विदेश मंत्री एस एम कृष्णा से बातचीत के दौरान आतंकवाद की चिंताओं के मुद्दे को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था. कृष्णा ने बहरहाल अपने पाकिस्तानी समकक्ष को आगे की वार्ता के लिए नई दिल्ली आने का न्यौता भी दिया था. कुरैशी ने बाद में कहा था कि वह सैर सपाटे के लिए नहीं बल्कि सार्थक संवाद के लिए भारत जाना चाहते हैं.