मालदीव की संसद में कश्मीर का मसला उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कश्मीर पर बोलने वाले पाकिस्तान के प्रतिनिधि को रोका और कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है. इस पर किसी और को बोलने का हक नहीं है. इस मुद्दे पर भारत को मालदीव का भी साथ मिला.
मालदीव संसद के स्पीकर ने भारत को भरोसा दिया कि कश्मीर पर दिए गए सभी बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा. इस बीच हरिवंश ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि अपने नागरिकों पर जुल्म करने वाला देश मानवाधिकार की नसीहत ना दे.
#WATCH Harivansh, Dy Chairman of Rajya Sabha, in Maldives Parliament after Dy Speaker of Pakistan National Assembly raised Kashmir issue: We strongly object raising of internal matter of India in the forum.There's need for Pak to end cross-border terrorism for regional peace... pic.twitter.com/vN2MwWhAEM
— ANI (@ANI) September 1, 2019
बता दें कि ‘सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति’ विषय पर दक्षिण एशियाई देशों की संसदों के अध्यक्षों के चौथे शिखर सम्मेलन का आयोजन मालदीव में हो रहा है. भारत की ओर से राज्यसभा के उपाध्यक्ष हरवंश प्रसाद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने हिस्सा लिया. भारतीय प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा की महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव और राज्यसभा के महासचिव देश दीपक वर्मा भी शामिल हैं.
वहीं, पाकिस्तान की ओर से नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी और सीनेटर कुरात अल ऐन शामिल हुए. इस सम्मेलन में भारत के अलावा अफगानिस्तान, बांग्लदेश, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका की संसदों के अध्यक्ष/पीठासीन अधिकारी पहुंचे हैं.
दो दिवसीय सम्मेलन के तीन सत्रों के दौरान समान पारिश्रमिक और युवाओं के लिए रोजगार सृजन को बढ़ावा देना, एशिया प्रशांत क्षेत्र में मातृ शिशु व किशोरों के लिए स्वास्थ्य के सहायक के रूप में पोषण और पर्यावरण परिवर्तन संबंधी वैश्विक एजेंडे को बढ़ावा देना जैसे विषयों पर चर्चा होनी है.