भारत-चीन के बीच LAC पर गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि इस झड़प में तीन बहादुर शहीदों के साथ देश खड़ा है. शहीदों के परिवार के साथ मेरी पूरी संवेदनाएं हैं.
ओवैसी ने कहा कि बॉर्डर पर कमांडिंग ऑफिसर सामने से अगुवाई कर रहे थे और सरकार को इनकी शहादत का बदला लेना चाहिए. साथ ही सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका बलिदान व्यर्थ ना जाए.
India stands with the 3 brave martyrs who were killed by China today in #Galwan. My thoughts are with families of Colonel & 2 brave soldiers. The commanding officer was leading from the front. The government must avenge these killings & ensure that their sacrifice was not in vain
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 16, 2020
बता दें कि सोमवार रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए. ये घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद सबकुछ सामान्य होने की स्थिति आगे बढ़ रह थी.
भारत-चीन सीमा पर भिड़ंत में क्यों नहीं होती फायरिंग, ये समझौता है वजह
इस घटना के बाद चीनी विदेश मंत्रालय का आधिकारिक बयान सामने आया. बीजिंग ने उलटे भारत पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया. अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बीजिंग का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर क्रॉस करके चीनी सैनिकों पर हमला किया था.
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत ऐसी स्थिति में एकतरफा कार्रवाई ना करे. बताजा जा रहा है कि झड़प में चीन की सेना को भी नुकसान पहुंचा है. चीन की तरफ 5 सैनिकों की मौत हुई है. हालांकि चीन की तरफ से अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है.