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3500 KM दूर हवा में ही खाक हो जाएगा दुश्मन, K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण

आंध्र प्रदेश के तट से रविवार को 3,500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया. पनडुब्बी से हमला की जाने वाली इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने तैयार किया है.

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मिसाइल प्रक्षेपण की फाइल फोटो (ANI)
मिसाइल प्रक्षेपण की फाइल फोटो (ANI)

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  • K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का आंध्र प्रदेश में परीक्षण
  • परमाणु-संचालित पनडुब्बियों पर किया जाएगा तैनात

भारत ने एटमी हमला करने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. रविवार को आंध्र प्रदेश के तट से 3,500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया. इस सबमरीन (पनडुब्बी से छोड़े जाने वाली) मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने तैयार किया है. इस मिसाइल को भारतीय नौसेना के स्वदेशी आईएनएस अरिहंत-श्रेणी के परमाणु-संचालित पनडुब्बियों पर तैनात किया जाएगा.

ओडिशा के तट पर चांदीपुर रेंज में इस मिसाइल का परीक्षण किया गया. यह मिसाइल जमीन से हवा में सटीक निशाने को भेदने में सक्षम है. QRSAM सिस्टम के तहत किसी सैन्य अभियान के तहत मिसाइल भी गतिशील रहती हैं और दुश्मन के विमान या ड्रोन पर निगरानी रखते हुए उसे तत्काल निशाना बनाती हैं.

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इसी तरह पिनाका मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया जा चुका है. अर्टिलरी मिसाइल सिस्टम 'पिनाका' से 75 किलोमीटर की दूरी तक सटीक निशाना लगाया जा सकता है. पिनाका एमके-II रॉकेट को नेवीगेशन, कंट्रोल और गाइडेंस सिस्टम से जोड़कर मिसाइल के तौर पर विकसित किया गया है. इससे रेंज बढ़ने के साथ लक्ष्य को भेदने की क्षमता और बेहतर हो गई है. मिसाइल के नेवीगेशन सिस्टम को इंडियन रीजनल सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) का सपोर्ट हासिल है जिसे NAVIC भी कहा जाता है.

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