भारत ने सतह से हवा में मार करने में सक्षम आकाश मिसाइल का आज ओड़िशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) में सफल परीक्षण किया. भारत में ही विकसित की गई इस मिसाइल की मारक क्षमता 25 किलोमीटर है और वह 60 किलोग्राम तक की युद्धक सामग्री अपने साथ लेकर चलने में सक्षम है.
मिसाइल परीक्षण को सफल करार देते हुए रक्षा सूत्रों ने कहा कि इस मिसाइल का परीक्षण आज सुबह 10:58 बजे आईटीआर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स-3 से किया गया. आईटीआर के निदेशक एमवीकेवी प्रसाद ने बताया कि मिशन सफल रहा. भारतीय वायुसेना के कर्मियों ने परीक्षण संचालित किया. आकाश मध्यम रेंज की सतह से हवा में मार करने में सक्षम विमान रोधी रक्षा प्रणाली है जिसका विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने किया है.
डीआरडीओ ने इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर आकाश को विकसित किया है. सूत्रों ने कहा कि मिसाइल में 30 किलोमीटर दूर तक के विमान को निशाना बनाने की क्षमता है. इस मिसाइल में ऐसी बैट्री लगी हुई है, जिससे एक साथ कई निशानों का पता लगाकर उन पर हमला किया जा सकता है.
लड़ाकू जेट विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह में मार करने वाली मिसाइलों जैसे हवाई निशानों को नाकाम बनाने में सक्षम आकाश की तुलना रक्षा विशेषज्ञों ने अमेरिकन एमआईएम-104 पैट्रियट से की जो सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है.
इस मिसाल का अंतिम परीक्षण चांदीपुर से ही 26 अप्रैल 2014 को किया गया था.