परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम स्वेदशी मिसाइल पृथ्वी 2 का सोमवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. 350 किलोमीटर दूरी तक की मारक क्षमता वाली इस मिसाइल का परीक्षण रक्षा बलों के उपयोग के उद्देश्य से किया गया था.
रक्षा सूत्रों ने बताया कि सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल को ओडिशा में बालेश्वर जिले के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज के प्रक्षेपण परिसर नंबर तीन में एक मोबाइल लांचर से छोड़ा गया. उन्होंने इस परीक्षण को सफल बताते हुए कहा कि इस मिसाइल का परीक्षण रक्षा सेवाओं की सामरिक बल कमान (एसएफसी) ने अपने परिचालन अभ्यास के तहत किया था.
सूत्रों ने कहा, 'मिसाइल को उत्पादन भंडार से क्रमरहित तरीके से चुना गया था और विशेष रूप से गठित एसएफसी ने इसके प्रक्षेपण संबंधी सारी गतिविधियां की. इसकी निगरानी रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने की.' डीआरडीओ द्वारा विकसित पृथ्वी दो मिसाइल को पहले ही भारतीय सैन्य बलों में शामिल किया जा चुका है.
पृथ्वी दो भारत के प्रतिष्ठित एकीकृत निर्देशित प्रक्षेपास्त्र विकास कार्यक्रम (आईजीएमडीपी) के तहत विकसित की गई पहली मिसाइल है. यह मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम आयुध ले जाने में सक्षम है. यह तरल ईंधन वाले दो इंजनों से संचालित होती है. इसे सही पथ पर ले जाने के लिए एक उन्नत निर्देशित प्रणाली इसमें लगी है.
सूत्रों ने बताया कि इससे पहले पृथ्वी दो का परीक्षण 20 दिसंबर 2012 में इसी अड्डे से सफलतापूर्वक किया गया था.