अमेरिकी खुफिया चीफ ने रिपोर्ट दी है कि अगले वर्षों में भारत के पाकिस्तान और चीन से रिश्ते और खराब हो सकते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों और आतंकियों से करीबी की वजह से अमेरिका के लिए आगे भी खतरा बना रहेगा.
अमेरिका की नेशनल इंटेलीजेंस के डायरेक्टर डैन कोट्स ने अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष एक वर्ल्डवाइड थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें मूल रूप से यह बताया गया है कि अमेरिका को दुनिया के किन देशों से खतरा है.
पाक से जारी रहेगा तनाव
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान द्वारा समय-समय पर सीजफायर का उल्लंघन करने से भारत के साथ उसके रिश्तों में तनाव बना रहेगा. रिपोर्ट के अनुसार, 'भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण बने रहेंगे. सीमा पर हिंसा जारी रहेगी. इसके अलावा यदि भारत में कोई बड़ा आतंकी हमला होता है और तो नियंत्रण रेखा पर तनाव और बढ़ सकता है.'
चीन से रिश्तों में नहीं होगा सुधार!
रिपोर्ट के अनुसार, भारत-पाक और भारत-चीन सीमा पर तनाव बना रहेगा और इनसे रिश्ते और बिगड़ेंगे ही. भारत और चीन के बीच वार्ता के बावजूद रिश्तों में सुधार नहीं आएगा. रिपोर्ट में कहा गया है, 'हमें लगता है कि भारत और चीन के बीच रिश्ता तनावपूर्ण बना रहेगा. आगे यह और खराब ही होगा. पिछले साल अगस्त में तीन महीने तक सीमा पर गतिरोध का मामला भले सुलझ गया हो, आगे रिश्ते खराब होने का जोखिम बना हुआ है.'
अमेरिकी हितों के लिए खतरा है पाकिस्तान
रिपोर्ट में कहा गया है, 'पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार क्षमता, आतंकियों से रिश्ते, आतंक विरोधी सहयोग से दूर रहने और चीन से करीबी की वजह से अमेरिकी हितों के लिए आगे भी खतरा बना रहेगा.'
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान लगातार शॉर्ट रेज के टैक्टिकल हथियार, समुद्र आधारित क्रूज मिसइल, बैलिस्टिक मिसाइल जैसे परमाणु हथियार विकसित कर रहा है. इससे दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ सकता है.
भारत पर हमले करते रहेंगे पाक आतंकी
रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकी संगठन पाकिस्तान की सुरक्षित पनाहगाह का फायदा उठाते रहेंगे. ये आतंकी संगठन पाकिस्तानी इलाके का इस्तेमाल भारत और अफगानिस्तान पर हमले के लिए करेंगे और यह अमेरिकी हितों के लिए भी नुकसानदेह है.