भारतीय वायुसेना को जुलाई के अंत में राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाला है. चीन के साथ बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच देश की सेना की ताकत बढ़ रही है. इस बीच भारत भी राफेल की मजबूती का फायदा उठाने के लिए तैयार है. वायुसेना राफेल विमान में हैमर मिसाइल का उपयोग करेगी, जिसे फ्रांस से ही लगवाया जा रहा है.
भारत को 29 जुलाई को राफेल विमानों की पहली किस्त मिलेगी, इसे अंबाला एयरबेस के पास तैनात किया जा सकता है. अब भारत ने फ्रांस को हैमर मिसाइल का ऑर्डर दिया है, ताकि सेना की स्थिति मजबूत हो पाए. अभी कुछ सैकड़ों मिसाइलों का ऑर्डर दिया गया है.
सूत्र के मुताबिक, फ्रांस से जब हैमर मिसाइल मिलेंगी, तो इससे सेना की ताकत बढ़ेगी. खासकर अगर ईस्टर्न लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्र में ये मिसाइल काफी कामगर है. वायुसेना को आपातकालीन शक्तियां दी गई हैं, जिसके कारण इस तरह की कई खरीद की जा सकती हैं.
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बता दें कि पहली खेप में भारत को पांच राफेल विमान मिलेंगे, जिसका इंतजार काफी वक्त से किया जा रहा है. इन्हें अंबाला में इसलिए तैनात किया जा रहा है, क्योंकि इससे ऊपरी फ्रंट यानी लद्दाख और आसपास के इलाके में आसानी से पैनी नजर रखी जा सकेगी.
HAMMER यानी Highly Agile Modular Munition Extended Range एक ऐसी मिसाइल हैं, जिनका इस्तेमाल कम दूरी के लिए किया जाता है. ये मिसाइल आसमान से जमीन पर वार करने के लिए कारगर साबित हो सकती हैं. इसे मुख्य तौर पर फ्रांस की वायुसेना और नेवी के लिए बनाया गया था. मुख्य रूप से इस मिसाइल के निशाने पर आकर मजबूत से मजबूत बंकर और शेल्टर को तबाह किया जा सकता है.
बता दें कि देश को कुल 36 राफेल विमान मिलने हैं, इसके लिए भारत और फ्रांस के बीच 60 हजार करोड़ रुपये तक की डील हुई थी.