2014 लोकसभा चुनाव पर ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तुलना में ज्यादा असरदार दिख रहे हैं.
इंडिया टुडे-सी वोटर के ताजा सर्वे के मुताबिक अगर आज की तारीख में आम चुनाव हुए तो बीजेपी को 1999 की तुलना में ज्यादा सीटें मिल सकती हैं. सर्वे के मुताबिक बीजेपी को लोकसभा की 188 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है जबकि वाजपेयी के दौर में 1999 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 182 सीटें मिली थीं.
सर्वे के मुताबिक आगामी आम चुनाव में यूपी में बीजेपी को 30 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि 1999 में हुए चुनाव में पार्टी को 29 सीटें मिली थीं.
बीजेपी को बिहार और मध्य प्रदेश में 22-22, गुजरात और राजस्थान में 21-21, महाराष्ट्र में 14, कर्नाटक में 13, हरियाणा में 6, पंजाब, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में 2-2 सीटें मिलने का अनुमान है.
...और यहां वाजपेयी आगे!
ताजा सर्वे के मुताबिक 47 फीसदी लोग मोदी को पीएम कैंडिडेट के तौर पर पसंद करते हैं जबकि सितंबर 1999 में कराए गए ऐसे सर्वे में 52 फीसदी लोगों ने वाजपेयी को बतौर पीएम कैंडिडेट अपनी पसंद बताया था.
उस वक्त कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बेहतरीन पीएम कैंडिडेट बताने वालों का प्रतिशत 23 था जबकि आज के सर्वे में केवल 6 फीसदी लोग सोनिया को बेहतर पीएम कैंडिडेट मानते हैं.
14 सालों में बीजेपी का प्रदर्शन
1996 में पहली बार केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी थी. उस वक्त बीजेपी के खाते में लोकसभा की 161 सीटें आईं थी. 1998 में यह आंकड़ा बढ़कर 182 हो गया. अगले साल हुए आम चुनाव में पार्टी के सीटों की संख्या भी 182 ही रही. 2004 में बीजेपी का 'इंडिया शाइनिंग' का नारा काम नहीं किया और पार्टी की सीटें घटकर 138 हो गईं. 2009 चुनाव में तो और भी बुरी स्थिति हुई और बीजेपी की सीटें 116 तक पहुंच गईं. लेकिन ताजा सर्वे के मुताबिक 2014 चुनाव में बीजेपी को 188 सीटें मिलने का अनुमान है.