इंडिया टुंडे कॉन्क्लेव में तीसरे सेशन में अलग-अलग विचारधाराओं पर बात हुई. सेशन का मुद्दा रहा- लेफ्ट, राइट या सेंटर? सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के अध्यक्ष प्रताप भानु मेहता ने पूछा कि क्या आप किसी से जबरदस्ती भारत माता की जय बुलवा सकते हैं?
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव LIVE देखेंमेहता ने कहा कि विचारधारा की लड़ाई लेफ्ट या राइट को लेकर नहीं है, बल्कि सच और प्रोपेगैंडा की है. उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग ऐसे हैं, जो यह कहकर विचारधारा को संकुचित कर रहे हैं कि क्या हम भारत माता की जय कह सकते हैं.
जानें, इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कब-क्याप्रताप भानु मेहता ने कहा कि अगर आप अपने नागरिकों पर विश्वास नहीं करेंगे तो कुछ भी संभव नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया, 'क्या हम जबरदस्ती 'भारत माता की जय' कहलवाने से आगे बढ़ेंगे या 'जिन्हें नाज है हिन्द पर वे कहां हैं' पूछने से.
लंदन स्थित किंग्स कॉलेज के प्रोफेसर सुनील खिलनानी ने इस दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चोट करते हुए विचारों की स्वतंत्रता की बात की. उन्होंने कहा, 'हम भ्रष्टाचार की बात बात करते हैं. तंत्र में भ्रष्टाचार की बात करते हैं. लेकिन मेरी समझ से लोकतंत्र के लिए सबसे खतरनाक है सच्चाई के साथ खिलवाड़ और यही सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है.' उन्होंने कहा कि जब हम भारत के इतिहास को देखते हैं तो पाते हैं कि कई ऐसे गौरवशाली लोग रहे हैं, जिनका व्यक्तित्व एक विचार है.