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Conclave16: बिल एंड्रयूज बोले- परफेक्ट तरीके से रहें तो उम्र होगी 125 साल

अमेरिकन मॉल्क्यूलर बायोलॉजिस्ट और जेरोंटोलॉजिस्ट बिल एंड्यूज ने कहा कि दुनिया की 35 फीसदी आज 65 साल से अधिक उम्र के लोगों की है. इस हालात में हम सबको बढ़ती उम्र पर काबू करने के रिसर्च पर आगे बढ़ना होगा.

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एंड्रयूज ने कहा कि ध्यान और योग जरूरी है
एंड्रयूज ने कहा कि ध्यान और योग जरूरी है

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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2016 के दूसरे दिन विलियम हेनरी बिल एंड्रयूज ने मौत को जीतने और ताउम्र जवां रहने के वैज्ञानिक नुस्खों पर बातें की. अमेरिकन मॉल्क्यूलर बायोलॉजिस्ट और जेरोंटोलॉजिस्ट बिल एंड्यूज ने कहा कि दुनिया की 35 फीसदी आज 65 साल से अधिक उम्र के लोगों की है. इस हालात में हम सबको बढ़ती उम्र पर काबू करने के रिसर्च पर आगे बढ़ना होगा.

देखेंः इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2016 LIVE

बीमारी की तरह हो गया है बुढ़ापा
मशहूर बायोटेक्नोलॉजी कंपनी 'सिएरा साइंसेस' के संस्थापक और अध्यक्ष एंड्यूज ने कहा कि हमारी कोशिकाओं की उम्र बढ़ती है. इसलिए हम बुढ़े होते हैं. जीव विज्ञान के मुताबिक इसकी सारी जिम्मेदारी हमारे क्रोमोसोम्स की होती है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में बुढ़ापा एक बीमारी की तरह हो गया है. हमें इसका इलाज करना चाहिए. हर इंसान लंबे समय तक जवान रह सकता है.

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छोटे जीवों पर कामयाबी के करीब रहा प्रयोग
अपने बचपन में ही डॉक्टर बनने और उम्र पर काबू पाने के अपने सपने को पूरी जिंदगी दे देने वाले एंड्रयूज ने बताया कि कैसे उनके रिसर्च ने मानवीय उम्र और उससे होने वाले बदलावों पर काबू करने की शुरुआत कर दी है. अपने तीन मिनट के वीडियो प्रजेंटेशन के जरिए उन्होंने दिखाया कि छोटे जीवों में एंजाइम की मदद से अपेक्षित बदलाव सामने आए हैं.

बिना बीमार हुए 125 साल जी सकते हैं लोग
एंड्रयूज ने दावा किया कि अगर आम इंसान बिल्कुल सही जीवन शैली अपनाता है तो वह 125 साल तक बीमार हुए बिना जी सकता है. उन्होंने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया भर को ध्यान और योग से लाभ मिल रहा है. उन्होंने ट्यूमर्स से निजात पाने के खास तरीकों के बारे में भी बताया.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2016 का कार्यक्रम

रिसर्च के सकारात्मक असर दिखने लगे
कोशिकाओं, क्रोमोसोम्स, जीव द्रव्य के साथ ही मानव शरीर पर बाहरी प्रभावों के जरिए होनेवाले बदलावों पर अपने रिसर्च से सामने आए तथ्यों की जानकारी देते हुए एंड्रयूज ने कहा कि लंबी उम्र तक स्वस्थ जीवन जीने वाले लोग दुनिया में दिखने लगे हैं. भले ही वह काफी कम संख्या में हों. उन्होंने कहा कि रिसर्च के कामयाब के बाद होने बाद इनकी संख्या और बढ़ जाएगी.

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दुनिया के पास नए जवाब आएंगे
एंड्रयूज ने अपने रिसर्च में और इस तरह के रिसर्च को आगे बढ़ाने में भी भारतीय डॉक्टर्स के योगदान को सराहा. भविष्य में मौत पर काबू पा सकने की हालत में दुनिया की हालत कैसी होगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने तब नए का जवाब होगा. दवा कंपनियों के खुद के पीछे भागने के सवाल पर उन्होंने कहा कि रिसर्च पर अभी वक्त लगेगा. प्रकृति के साथ छेड़छाड़ के सवाल पर एंड्रयूज ने कहा कि इसका सवाल नहीं उठता.

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