इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2017 के दूसरे दिन विचारों के इस मंच पर देश और दुनिया से सियासत, सिनेमा और बाकी तमाम दिग्गज जुटे. इस बार कॉनक्लेव की थीम थी-दि ग्रेट डिसरप्शन. कॉनक्लेव में पीएम मोदी कई बड़ी बातें कही.
कॉनक्लेव के ताजा अपडेट्स:
इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2017 में पीएम मोदी की कही बातें:
- 6 लाख दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण दिए गए.
- सुगम्य भारत अभियान के तहत दिव्यांगजनों के लिए कदम.
- सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों के लिए प्राथमिकता.
- एक ही साइन लैंग्वेज विकसित करने पर काम कर रहे हैं.
- 2022 का टारगेट तय करें देश को बदलने के लिए सभी काम करें.
- अपने गांव-शहर, कस्बे को बदलने में सब सहयोग करें.
- न्यू इंडिया सपनों से हकीकत की ओर बढ़ता हुआ भारत: पीएम मोदी
- न्यू इंडिया सभी को अवसर सभी को प्रोत्साहन, न्यू इंडिया लहराते खेत मुस्कराते किसानों का भारत.
- न्यू इंडिया उपकार नहीं सबको अवसर देने वाला भारत: पीएम मोदी
- प्रगति कार्यक्रम के माध्यम से 8 लाख करोड़ की लटकी पड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाया.
- देश के संघीय ढांचे की पहचान GST ने कराई है: पीएम मोदी
- ढाई साल में सरकार की नीति, निर्णय और नियत सबने देखी, यहीं न्यू इंडिया की नींव को मजबूत करेगी.
- पारदर्शी तरीके से न्यू इंडिया के रोडमैप पर आगे बढ़ेंगे.
- कुछ लोग जनभावनाओं को समझ नहीं पा रहे हैं: पीएम मोदी
- भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम के साथ पूरा देश खड़ा हो गया : पीएम मोदी
- 20 करोड़ लोगों को डेबिट कार्ड दिया गया: पीएम मोदी
- तीन वर्ष में पांच करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा.
- 10 महीने में लगभग दो करोड़ गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन दे चुके हैं.
- मेक इन इंडिया भारत का सबसे बड़ा प्रयास: पीएम मोदी
- स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश में 4 करोड़ से ज्यादा शौचालय बने.
- स्वच्छता को लोगों ने जनांदोलन बना दिया: पीएम मोदी
- एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने गैस पर सब्सिडी छोड़ दी.
- बिना लोगों को जोड़े देश का विकास संभव नहीं: पीएम मोदी
- हम जनशक्ति को साथ लेकर चल रहे हैं: पीएम मोदी
- दीवाली के बाद काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में जनशक्ति का साथ मिला.
- जैसे युद्ध के समय देश एक हो जाता है भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लोग एक हो गए.
- स्वरोजगार के लिए 3 लाख करोड़ का कर्ज दिया गया: पीएम मोदी
- श्रम सुधार जरूरी, उद्योग सेक्टर और कामगारों में तालमेल का रखा गया ध्यान.
- ट्रेड यूनियनों से बात कर 56 की जगह सिर्फ 5 रजिस्टर मेनटेन करने पर सहमति बनाई गई.
- जॉब मार्केट के विस्तार पर सरकार का ध्यान: पीएम मोदी
- मुद्रा योजना के तहत बिना बैंक गारंटी नौजवानों को स्वरोजगार के लिए कर्ज दिया जा रहा है.
- हमने काम करने के पारदर्शी तरीके को अपनाया: पीएम मोदी
- जीएसटी का फैसला आम सहमति से, ये देश बदलने वाला फैसला है: पीएम मोदी
- जीएसटी से भारत के संघीय व्यवस्था को मजबूती मिलेगी.
- सबका साथ सबका विकास ये सिर्फ नारा नहीं है हमारी नीतियों में इसका प्रभाव है.
- सिर्फ सत्ता के गलियारे से ही देश नहीं बदलता, निवेश को बढ़ाना होगा तभी ये संभव है: पीएम मोदी
- मेक इन इंडिया आज भारत की सबसे बड़ी पहल है: पीएम मोदी
- आज भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब है.
- सिस्टम में लोगों की भागीदारी बढ़ी है: पीएम मोदी
- हमने कई कार्यक्रम देश के अलग-अलग हिस्सों में किए.
- पिछले 20 साल में टेक्नोलॉजी में बदलाव आया है: पीएम मोदी
- ये सरकार एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सपना लेकर चल रही है.
- आज समय की मांग है कि आजादी के आंदोलन की तरह विकास का आंदोलन चलाया जाए.
- हम गलती को ठीक करने की ही सुधार समझ सकते हैं.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव को मुंबई में आयोजित करने पर अरुण पुरी को बधाई दी.
- अरुण पुरी कर रहे हैं पीएम मोदी का स्वागत
- सेटेलाइट लिंक से होगा मोदी का संबोधन
- 'The Politics of Disruption: Setting India's New Agenda' विषय पर बोलेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
- कॉनक्लेव के मेहमानों से सुझाव ले रहे हैं इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी
-कॉनक्लेव में पीएम मोदी का इंतजार
-इंडिया टुडे ग्रुप की एडिटोरियल डायरेक्टर कली पुरी पेश कर रही हैं Vote of Thanks
Session 12: The Dream Makers: Lessons from the Spotlight
- मैं आरोपों का जवाब देना पसंद नहीं करता: शाहरुख
-50 की उम्र में पिता बनने से जवानी का ऐहसास: शाहरुख
-मैं नहीं जानता असली शाहरुख खान कौन है?: शाहरुख
-अब मेरे लिए एक्टिंग और असल जिंदगी में भेद करना मुश्किल है: शाहरुख
-साधारण होने का ऐहसास बेरुखी के बर्ताव को जन्म देता है: शाहरुख
-महिला फैन्स के चलते रखनी पड़ी लेडी बॉडीगार्ड्स: शाहरुख
-आखिर तक बना रहने वाला ही Legend कहलाता है: शाहरुख
-मेहनत के बिना कामयाबी नहीं मिलती: शाहरुख
-असल जिंदगी को उम्मीद देती हैं हमारी फिल्में: शाहरुख
-ताकत अक्सर तन्हा करती है: शाहरुख
-Legend आवाज या शक्ल-सूरत से नहीं बनते: शाहरुख
-'The Dream Makers: Lessons from the Spotlight' विषय पर शाहरुख खान का संबोधन
Session 11: Girls Uninterrupted: Left, Right or My Right?
-महिलाओं को मिले चुनने का हक: शहला रशीद
-आजादी में छिपी महिलाओं की सुरक्षा: शहला रशीद
-वामपंथी कार्यकर्ता भी करते हैं महिलाओं से बदतमीजी: वरदा
-दक्षिणपंथी करते हैं महिलाओं से गाली-गलौज: शहला रशीद
-जेएनयू में कई अर्बन नक्सली: ओझा
-जेएनयू में महिलाएं सुरक्षित: शहला रशीद
-हमारा समाज में बराबरी नहीं, ये सच्चाई समाज के हर पहलू में झलकती है: शहला रशीद
-अगर अफजल गुरू शहीद हैं तो कुर्बानी देने वाले जवान कौन हैं?: जाह्नवी ओझा
-राजनीति में महिलाओं की भूमिका अहम: जाह्नवी ओझा
-सबिका अब्बास नकवी के कविता पाठ के साथ सत्र का आगाज
-शहला रशीद, (AISA नेता), सबिका अब्बास नकवी (महिला समाजसेवी), जाह्नवी ओझा (ABVP नेता), वरदा मराठे (ABVP नेता) हैं स्पीकर
-अगले सेशन का विषय- Girls Uninterrupted: Left, Right or My Right?
Session 10: The Great Disconnect: Silence in a World of Noise
-संगीत देता है अंदरूनी ताजगी: अय्यर
-तनाव से बचने के लिए मोबाइल फोन नहीं रखता: अय्यर
-बड़ी कंपनियां देती हैं कर्मचारियों को ब्रेक: अय्यर
-भारत ने दुनिया को आत्मिक शांति का पाठ पढ़ाया: अय्यर
-वक्त बचाने के लिए उपकरण बढ़े, लेकिन कम हुआ वक्त: अय्यर
-समस्या तकनीक में नहीं, तकनीक के इस्तेमाल में है: अय्यर
-टेंशन 21वीं सदी की सबसे बड़ी महामारी: अय्यर
-चीन में बच्चों को इंटरनेट की लत छुड़ाने के लिए शिविर बनाए गए: अय्यर
- सूचना क्रांति का विस्फोट सेहत पर गलत असर डाल रहा है: अय्यर
-आधुनिक वक्त में मशीनें तय कर रही हैं जिंदगी की रफ्तार: अय्यर
-Silicon Valley में 40 फीसदी स्टार्ट-अप IITans चलाते हैं: अय्यर
- लंबे वक्त से इंडिया टुडे पत्रिका का प्रशंसक रहा हूं: अय्यर
-लेखक पीको अय्यर 'The Great Disconnect: Silence in a World of Noise' विषय पर दे रहे हैं भाषण.
Session 9: Bigshorts for Small Screen Film Launch of India Tomorrow
-विभाजन की थीम पर बनी है माधवानी की फिल्म
-राम माधवानी की लघु फिल्म की स्क्रीनिंग
-अभिव्यक्ति की आजादी समाज के लिए जरूरी: नंदिता
-सदाअत हसन मंटो आज भी प्रासंगिक हैं: नंदिता
- नंदिता दास की लघु फिल्म 'In Defence of Freedom' की स्क्रीनिंग, फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी मुख्य अभिनेता
-सियासत की थीम पर आधारित है मिश्रा की फिल्म
-सत्र में डायरेक्टर सुधीर मिश्रा की लघु फिल्म का मंचन
-अगले सत्र का विषय 'Bigshorts for Small Screen Film Launch of India Tomorrow'
Session 8: Unlessons from My Father | Myth and Reality
-डर बुरी बात नहीं है: आलिया भट्ट
-कुछ भी हमेशा बरकरार नहीं रहता: आलिया भट्ट
-सोशल मीडिया में बिस्तर से उठने पर भी होती है ट्रोलिंग: आलिया भट्ट
-पिता ने बताया दुनिया के सामने ज्ञान साबित करने में लगने वाली ऊर्जा को सच्चा ज्ञान हासिल करने में लगाओ: आलिया भट्ट
-कभी-कभी असुरक्षा महसूस होती है: आलिया भट्ट
-खुद पर भरोसा रखना कामयाबी के लिए जरुरी: आलिया भट्ट
'Unlessons from My Father | Myth and Reality' विषय पर बोल रही हैं आलिया भट्ट
Session 7: Refugee Crisis | Open Borders or Closed Minds?
हम एक अशांत दौर में रह रहे हैं. हमें बातचीत के जरिए समाधान की तलाश करनी चाहिए. हमें पारस्परिक विश्वास का निर्माण करने की जरूरत है: लिज मोह्न
दुनिया भर में सैन्य संघर्षों की वजह से 65 मिलियन लोग बेघर हुए. उनमें से कई सुरक्षा की तलाश में यूरोप आ गए. हम मदद करना चाहते हैं, लेकिन सबकी नहीं कर सकते: लिज मोह्न
Session 6: Executive Vs Judiciary: The Final Verdict
-मैं आज भी दोबारा जज बनने को तैयार : रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट जज बीएन श्रीकृष्ण
-देश भर की अदालतों में लंबित केसों की संख्या पर वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने कहा, हमें ज्यादा जजों की जरूरत
-जजों की नियुक्ति के मामले में मुझे नेताओं पर भरोसा नहीं, मुझे इसमें कॉलेजियम सिस्टम पर भी भरोसा नहीं: कपिल सिब्बल
-देश में अब लाखों लोगों की अदालत तक पहुंच नहीं. लोगों को पता नहीं कि कोर्ट में कैसे अपील की जाए: कपिल सिब्बल
-अदालतों में स्थगन भी पेंडिंग केसों के लिए जिम्मेदार: अर्घ्य सेनगुप्ता
-हफ्ते के किसी भी दिन कोर्ट में सुनवाई के लिए 60 मामले होते है, कुछ का ब्यौरा हजारों पन्नों में होता, आप कैसे जजों से पूरी तैयारी के साथ आने की उम्मीद करते हैं: कपिल सिब्बल
-कुछ कानून जानने की वजह से जज बनते हैं, कुछ नेताओं को जानने की वजह से: हरीश साल्वे
Session 5: Why Technology Will Change India: The 21st Century Optimist
-पैसा मेरे लिए अहम नहीं: मुकेश अंबानी
-बेटी ने दी JIO लॉन्च करने की प्रेरणा: मुकेश अंबानी
-ई-गवर्नेंस के जरिये पारदर्शी हो सकता है सिस्टम: मुकेश अंबानी
-पीएम मोदी पर बोले मुकेश अंबानी- 'तकनीक को समझने वाला नेता मिलना खुशनसीबी की बात'
-अप्रवासी भारतीयों का वापस लौटना फायदेमंद: मुकेश अंबानी
-सियासत मेरे बस का खेल नहीं: मुकेश अंबानी
-आज के भारत को कोई नहीं रोक सकता: मुकेश अंबानी
-तरक्की के मौके ना मिलना असल गरीबी: मुकेश अंबानी
-डिजिटल तकनीक से दूसरी हरित क्रांति मुमकिन है: मुकेश अंबानी
-कृषि, स्वास्थ्य क्षेत्र की तस्वीर बदल सकती है डिजिटल तकनीक: मुकेश अंबानी
-JIO के जरिये लाखों स्कूलों को इंटरनेट से जोड़ेंगे: मुकेश अंबानी
-भविष्य में मोबाइल पर मिनटों में लोन हासिल कर सकेंगे लोग: मुकेश अंबानी
-बेरोजगारी अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती: मुकेश अंबानी
-डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दे रहे हैं पीएम मोदी: मुकेश अंबानी
-तकनीक में पूरी दुनिया की अगुवाई कर सकता है भारत: मुकेश अंबानी
-2019 तक पूरे देश में होगी JIO की पहुंच: मुकेश अंबानी
-JIO ने भारत को दुनिया का सबसे ज्यादा इंटरनेट डाटा इस्तेमाल करने वाला देश बनाया: मुकेश अंबानी
-फेसबुक, व्हाट्स ऐप से भी ज्यादा तेजी से बढ़ा JIO: मुकेश अंबानी
-चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व कर सकता है भारत: मुकेश अंबानी
-तकनीक देती है बराबरी का मौका: मुकेश अंबानी
-चौथी आर्थिक क्रांति की दहलीज पर दुनिया: मुकेश अंबानी
-दूसरी और तीसरी औद्योगिक क्रांतियों ने अमेरिका, जापान को विकसित किया: मुकेश अंबानी
-पहली औद्योगिक क्रांति ने दुनिया में शक्ति संतुलन को पश्चिम की ओर झुकाया: मुकेश अंबानी
-भारतीय कारोबारियों ने पूरी दुनिया में नाम कमाया: मुकेश अंबानी
-जल्द ही दुनिया की टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा भारत: मुकेश अंबानी
-मुंबई मेरा घर है: मुकेश अंबानी
-भाषण का विषय-Why Technology Will Change India: The 21st Century Optimist
-अगले सत्र में मुकेश अंबानी का Keynote भाषण
Session 5: 'Make India-America Great Again: Why Trump Will Be Good For The World
-पाकिस्तानी आतंकवाद पर भारत के साथ ट्रंप: शलभ कुमार
-H1B वीजा पर नई नीति में लगेगा वक्त: शलभ कुमार
-H1B वीजा को लेकर ट्रंप की नीति पर लग रहे हैं कयास: शलभ कुमार
-नस्लीय हमलों पर ज्यादातर खबरें अफवाहें निकलती हैं: शलभ कुमार
-नस्लीय हमलों के खिलाफ हैं ट्रंप: शलभ कुमार
-अमेरिका में भारतीयों पर नस्लीय हमलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है: शलभ कुमार
-ट्रंप भारत के बेस्ट फ्रेंड: शलभ कुमार
-पहली बार किसी अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार ने हिंदी में नारा दिया: शलभ कुमार
-उत्पादन क्षेत्र में भारत को चीन के विकल्प के तौर पर देखना चाहते हैं ट्रंप: शलभ कुमार
-ओबामा प्रशासन ने मोदी पर सालों तक वीजा पाबंदी कायम रखी: शलभ कुमार
-इलेक्ट्रॉनिक सामान के उत्पादन में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देंगे ट्रंप: शलभ कुमार
-भारत-अमेरिका की होगी ये सदी: शलभ कुमार
-भारत में मोदी ने कई अच्छे कदम उठाए: शलभ कुमार
-इस्लामिक कट्टरवाद के खिलाफ हैं ट्रंप: शलभ कुमार
-अपने देश को नहीं भूला: शलभ कुमार
-ओबामा के राज में घटी अमेरिकी साख: शलभ कुमार
-यूएस में ट्रंप समर्थक रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन के संस्थापक हैं शलभ कुमार
-अगले सत्र में 'Make India-America Great Again: Why Trump Will Be Good For The World' विषय पर Keynote भाषण दे रहे हैं शलभ कुमार
Session 4: India-Pakistan: Love Story or Hate Tale
-पाकिस्तान में लापता भारतीय सूफी संतों को खोजने की कोशिश जारी: बासित
-पूर्वी देशों के साथ सहयोग ज्यादा फायदेमंद: पार्थसारथी
-पाकिस्तान में सेना लेती है अहम फैसले: पार्थसारथी
-अब जाया नहीं जाएंगी भारतीय जानें, दोनों देशों के बीच बॉर्डर सील हो: पार्थसारथी
-कश्मीर, सियाचिन पर भी हो बात: बासित
-पाक में आतंकी शिविर नहीं: बासित
-पाकिस्तान के साथ सिर्फ दहशतगर्दी पर बात करने की जरुरत: बासित
-पठानकोट हमले की जांच में सहयोग की जरुरत: बासित
-अफगानिस्तान में आतंक फैला रहा है पाक: पार्थसारथी
-हम आतंक के खिलाफ एक्शन ले रहे हैं: बासित
-एक दूसरे पर दोषारोपण से कोई हल नहीं निकलेगा: बासित
-आतंकवाद को किसी भी कीमत पर जायज नहीं ठहरा सकते: पार्थसारथी
-कश्मीर भारत-पाक के बीच सबसे अहम मुद्दा: बासित
-आपसी रिश्तों को आगे बढ़ाने की जरुरत: बासित
-कुछ फैसला तो हो कि किधर जाना चाहिए, पानी को अब तो सिर से गुजर जाना चाहिए: बासित
-आपसी सहयोग से मिल सकती है आतंकियों को सजा: बासित
-समझौता ब्लास्ट मामले में इंसाफ क्यों नहीं?: बासित
-लखवी से जेल में मिले थे आईएसआई के डीजी, लखवी ने जेल में पैदा की संतान: पार्थसारथी
-दाऊद के कराची में होने के पुख्ता सबूत: पार्थसारथी
-पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित, पूर्व राजनयिक जी पार्थसारथी हैं स्पीकर
-अगले सत्र का विषय- India-Pakistan: Love Story or Hate Tale
Session 3: The Future of Politics: Individual Interests vs National Agenda
-मुस्लिम महिलाओं ने ट्रिपल तलाक पर बीजेपी के रुख का समर्थन किया: गोयल
-एयर इंडिया के निजीकरण पर बोले पीयूष गोयल- 'हर देश को राष्ट्रीय वायु सेवा की जरुरत होती है.'
-हमने घाटे वाली सरकारी कंपनियों में रणनीतिक विनिवेश का फैसला किया है: गोयल
-बीेजेपी ने देश को सामूहिक नेतृत्व दिया: गोयल
-हम जाति, मजहब देखकर टिकट नहीं देते: गोयल
-कांग्रेस ने देश को जाति, धर्म के आधार पर बांटा: गोयल
-मोदी के राज में मंत्रियों को काम करने की आजादी: गोयल
-बीजेपी ने यूपी में मुस्लिमों को राजनीतिक प्रक्रिया से दूर किया: चव्हाण
-मोदी के नेतृत्व में खत्म हो रही है सामूहिक निर्णय की परंपरा: चव्हाण
-कांग्रेस मुक्त भारत में अभी थोड़ा वक्त और है: गोयल
-लोगों को मोदी के नेतृत्व पर भरोसा: गोयल
-पूरा नहीं हुआ नोटबंदी का मकसद: चव्हाण
-लोगों ने नोटबंदी पर मोदी का साथ दिया: गोयल
-नया भारत उभर रहा है: गोयल
-गरीबी दूर करने के लिए मनरेगा जरूरी: गोयल
-महाराष्ट्र में किसानों का कर्ज माफ करे सरकार: चव्हाण
-कर्ज माफी के वादे ने यूपी में बीजेपी की मदद की: चव्हाण
-बीजेपी ने कांग्रेस की कई योजनाओं को अपनाया: गोयल
-पीएम मोदी ने कल्याणकारी योजनाओं को जन-आंदोलन में तब्दील किया: गोयल
-पीएम मोदी ने खुद को साबित किया है, उन्हें मैनेजमेंट का ज्ञान देने की जरुरत नहीं: गोयल
-अच्छा अर्थशास्त्र है अच्छी सियासत: गोयल
-उम्मीद है राहुल कांग्रेस के नेता बने रहेंगे: चव्हाण
-नेहरू-गांधी परिवार ने कांग्रेस को जोड़ने का काम किया है: चव्हाण
-चुनावों में हार है सामूहिक जिम्मेदारी: चव्हाण
-गोवा में नेता पर नहीं बन पाई कांग्रेस में सहमति: चव्हाण
-संकट के दौर से गुजर रही है कांग्रेस: चव्हाण
-इस दौर में बीजेपी है सत्ता की धुरी: पीयूष गोयल
-हमारा ध्यान लोगों के लिए काम करने पर: गोयल
-भारत के लोगों ने तय किया है कैसा होगा भविष्य का भारत: गोयल
-केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण हैं इस सत्र के स्पीकर
-अगले सत्र का विषय The Future of Politics: Individual Interests vs National Agenda
Session 2: Heart to Heart: Koffee With Karan On The Couch: Love Beyond Boundaries
-रणबीर कपूर, आलिया भट्ट सबसे प्रतिभाशाली कलाकार: करण जौहर
-लोग समझते हैं मैं चालाक हूं: करण जौहर
-श्रीदेवी थी पहला सेलिब्रिटी क्रश: करण जौहर
-करण जौहर के साथ रेपिड फायर राउंड
-भीतर के खालीपन ने पिता बनने के लिए प्रेरित किया: करण जौहर
-पिता बनने का ऐहसास खास था: करण जौहर
-अच्छा अभिभावक बनने का यकीन है: करण जौहर
-मैं अपने बच्चों के लिए मां भी हूं: करण जौहर
-आज के दौर में नफरत प्यार पर हावी: करण जौहर
-पिता चाहते थे मैं हीरो बनूं: करण जौहर
-मेरे पिता मेरी कई फिल्मों से सहमत नहीं होते: करण जौहर
-सार्वजनिक हस्ती होने के नाते ईमानदार होना अहम है: करण जौहर
-अपने प्रेम संबंधों पर बात नहीं करना चाहता: करण जौहर
-मुझे अपनी हकीकत पर शर्म नहीं: करण जौहर
-बचपन में मजाक उड़ाया जाना नापसंद था: करण जौहर
-जिंदगी में परफेक्ट होना जरूरी नहीं: करण जौहर
-Sexuality पर हमेशा सवाल पूछे जाते हैं: करण जौहर
-मुझे ट्रोल किया जाना पसंद है: करण जौहर
-कई फिल्मी हस्तियां खुद को लेकर गलतफहमी का शिकार: करण जौहर
-गलतफहमी सबसे बड़ी बीमारी: करण जौहर
-फिल्म मेकिंग मेरा पहला प्यार: करण जौहर
-सत्र की थीम- Heart to Heart: Koffee With Karan On The Couch Love Beyond Boundaries
-दूसरे सत्र में करण जौहर से खास बातचीत
Session 1: Time Machine: The Next Masterpiece, The Virtual Brush.
-ध्रुवी आचार्य ने वर्चुअल ब्रश से बनाई पेंटिंग
-इंटरनेट से कम नहीं होगी म्यूजियम्स की अहमियत: गावू
-कला और तकनीक में पुराना मेल रहा है: ध्रुवी आचार्य
-कलाकारों के काम आ सकती है मशीन लर्निंग तकनीक: गावू
-भारत से जुड़ी कहानियों को दुनिया तक पहुंचाना शानदार अनुभव: गावू
-भारत में होली से जुड़ी कला विधाओं को बढ़ावा दे रहा गूगल: गावू
-दुनिया भर में 1400 भागीदारों के साथ 4000 चित्र प्रदर्शनियां आयोजित की
-कला के प्रसार में तकनीक का इस्तेमाल कर रहा गूगल: गावू
-'Virtual Brush' तकनीक की अहमियत समझा रहे हैं गावू
-सत्र में गूगल आर्ट एंड कल्चर लैब्स के हेड अलॉन गावू और कलाकार ध्रुवी आचार्य कर रहे हैं शिरकत
-कॉनक्लेव के पहले सत्र का विषय-Time Machine: The Next Masterpiece, The Virtual Brush