इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2017 के पांचवे सत्र दि गवर्नेंस एजेंडा में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे सुधार पर केन्द्रीय एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हिस्सा लिया. इस सत्र का संचालन इंडिया टुडे समूह के एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा ने किया. जावड़ेकर ने कहा कि देश में शिक्षा सुधार के क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती टीचर्स की गुणवत्ता बढ़ाने की है. केन्द्र सरकार की कोशिश है कि वह देश के बेस्ट ब्रेन का पलायन रोकने के लिए वर्ल्ड क्लास रिसर्च इंफ्रा देश में तैयार करे.
केन्द्र सरकार ने देश के सभी आईआईएम को पूरी ऑटोनॉमी देने के साथ शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार का अगाज किया है. सरकार अब यूजीसी में सुधार प्रक्रिया शुरू कर रही है. भारत ने ओपन लर्निंग की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. अगले कुछ दिनों में उत्कृष्ट शिक्षा के लिए डिजिटल सॉल्यूशन तैयार हो जाएगा. यह डिजिटल सॉल्यूशन 'सबको शिक्षा' और 'अच्छी शिक्षा' के लिए अहम होगा.
इंडिया टुडे एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा ने जावड़ेकर से पूछा कि आखिर क्यों मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति में इतना विलंब हो रहा है? जावड़ेकर ने कहा कि नई शिक्षा नीति की पूरी तैयारी की जा चुकी है. इसके क्रियान्वय के पक्ष पर सरकार काम कर रही है. अगले 2-3 महीनों में देश के सामने मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति होगी. जावड़ेकर ने दावा किया कि मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति से देश में सरकारी स्कूलों की स्थिति न सिर्फ प्राइवेट स्कूलों जैसी होगी बल्कि देशभर में लोग सरकारी स्कूलों में दाखिले को पहली प्राथमिकता देंगे.