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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव: न्यायपालिका के कामकाज में दखल नहीं दे रही सरकार- पिंकी आनंद

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भ्रष्टाचार से मुक्त है. पिंकी ने कहा कि जज के रोस्टर का एक सिस्टम है, जहां यह तय किया जाता है कि किस कोर्ट में किस जज को बैठना है.

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ए‍ड‍िशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद
ए‍ड‍िशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद

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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद ने इस बात को सिरे से खारिज किया कि सरकार न्यायपालिका के कामकाज में दखल दे रही है.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2018 के अहम सत्र 'रूल ऑफ लॉ- जस्टिस इन द डॉक' में सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट इंदिरा जयसिंह, एडिशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राजदीप सरदेसाई ने किया. इस सत्र की शुरुआत न्यायपालिका में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा से की गई.

राजदीप सरदेसाई ने पूछा कि क्या देश की न्यायपालिका में बेंच फिक्सिंग होती है. इस सवाल के जवाब में इंदिरा जयसिंह ने कहा कि बेंच फिक्सिंग हकीकत है और इसके जरिए कोर्ट के फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश की जाती है.

लेकिन पिंकी आनंद ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट भ्रष्टाचार से मुक्त है. पिंकी ने कहा कि जज के रोस्टर का एक सिस्टम है, जहां यह तय किया जाता है कि किस कोर्ट में किस जज को बैठना है. सुप्रीम कोर्ट की ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता.

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पिंकी आनंद ने कहा, 'मुझे ऐसा नहीं लगता कि कार्यपालिका फिलहाल न्यायपालिका के कार्य में दखल दे रही है. सरकार के तीन स्तंभ हैं तो इनमें टकराव और तनाव स्वाभाविक है.'

 उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चारों जजों ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस किया वह ऐतिहासिक था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में कामकाज सुचारु रूप से चल रहा है.

इंदिरा जयसिंह ने कहा, 'हम पारदर्शिता के दौर में रह रहे हैं और हम यह जानते हैं कि कोर्ट के निर्णय कैसे होते हैं.'

पिंकी आनंद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को यह समझना होगा कि कहां दखल देना है और कहां नहीं. उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे देश हैं जहां तमाम सामाजिक मसलों से निपटना होता है. हमें यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि हाशिए के तमाम लोगों का कल्याण हो सके.

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