सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल का विरोध करते हुए अससुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इसकी आड़ में मुसलमानों से भेदभाव किया जा रहा है. अगर किसी ने संविधान की शपथ ली है तो वह ऐसा कैसे कर सकता है.इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पहुंचे ओवैसी ने कहा कि हेमंत बिश्व शर्मा देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. इसका विरोध करते हुए शर्मा ने कहा कि ओवैसी असम को कश्मीर बनाना चाहते हैं.
ओवैसी ने शर्मा से पूछा कि क्या आप संविधान में विश्वास करते हैं. शर्मा के हां कहने पर ओवैसी ने कहा कि फिर आप संविधान का उल्लंघन कैसे कर सकते हैं. संविधान के अनुच्छेद 14 को कैसे नकार सकते हैं. किसी देश में जाति धर्म या क्षेत्र के आधार पर भेदभाव कैसे किया जा सकता है. अगर शरणार्थियों के बारे में एक नियम है तो उसे अलग-अलग तरीके से कैसे लागू किया जा सकता है. आपकी सरकार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री से ऐसा क्यों कहती है कि किसी को वापस नहीं किया जाएगा.
ओवैसी ने कहा कि देश के हिंदू शरणार्थी और मुस्लिम शरणार्थी में अंतर कैसे किया जा सकता है. ओवैसी ने कहा कि सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल की आड़ में देश को बांटने की साजिश की जा रही है.
ओवैसी ने कहा कि इस अमेंडमेंट को 1951 तक के लोगों को क्यों शामिल किया जा रहा है. यूके भी तो कहता है कि 35000 भारतीय वहां अवैध तरीके से रह रहे हैं तो आप उसे वापस क्यों नहीं ले आते इसी तरह अमेरिका से 10000 अवैध भारतीयों को वापस क्यों नहीं बुला लिया जाता.
हेमंत बिश्व शर्मा ने उनके आरोप का जवाब देते हुए कहा कि हम ऐसा नहीं कर सकते कि हम हिंदुओं को पाकिस्तान में नरकीय जीवन जीने के लिए भेज दें. सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल अवैध अप्रवासियों के बारे में है लेकिन हमने यह भी तय किया है कि यह किन पर लागू होगा. शर्मा ने आगे कहा कि आप असम को कश्मीर मत बनाइए. ओवैसी के इस सवाल पर कि क्या आप कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते. शर्मा का कहना था कि वह कश्मीर को भारत का हिस्सा मानते हैं लेकिन वहां पर धारा 370 नहीं होनी चाहिए.
इस सत्र में मौजूद मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने भी सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल का विरोध किया. उनसे राजदीप सरदेसाई ने पूछा कि कांग्रेस कह रही है कि आप उनके साथ हो जाएं. ऐसे में आज आप अपने को कहां पाते हैं.
कोनार्ड संगमा ने कहा कि कांग्रेस से अलग होकर ही उनके पिता ने पार्टी बनाई थी लेकिन वह एनडीए के साथ सहज थे. कोनार्ड ने अपने बारे में कहा कि वह भी एनडीए के साथ ही रहेंगे लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने बीजेपी नेताओं से साफ कह दिया है कि अगर पार्टी सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर आगे बढ़ती है तो वह एनडीए का हिस्सा नहीं होंगे.