अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने में बड़ा घोटाला किया गया है और यह किया है चंद्रबाबू नायडू ने. यह आरोप लगाए इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पहुंचे वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगनमोगन रेड्डी ने. रेड्डी से आजतक के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने सवाल पूछा था कि अगर आप सीएम बनते हैं तो क्या आंध्र प्रदेश की राजधानी को अमरावती ही रहने देंगे या इसको बदल देंगे.
इस सवाल का जवाब देते हुए जगनमोहन ने विस्तार से बताया कि अमरावती को राजधानी घोषित करने के पीछे किस तरह का घोटाला किया गया है. रेड्डी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू की कंपनी ने यहां पर किसानों से औने-पौने दाम पर पहले जमीन खरीदी.
जब जमीन खरीदी गई तब वहां के किसान इस बात से अनजान थे कि अमरावती को राजधानी भी घोषित किया जा सकता है. राजधानी घोषित होने के बाद लैंड पूल के माध्यम से यह जमीन ले ली गई. फिर इसे अलग-अलग लोगों को ऊंचे दामों पर बेचा गया.
उन्होंने यह भी कहा कि देश ने देखा है कि किस तरह तेलांगाना के 22 विधायकों को पैसा दिया गया. उसके ऑडियो और वीडियो टेप भी हैं लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
जगनमोहन रेड्डी ने तंज कसते हुए कहा कि 6 महीने पहले कांग्रेस ने एक पुस्तिका जारी की थी जिस पर राहुल गांधी की फोटो थी. इसमें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को सबसे भ्रष्ट सीएम बताया गया था. उनके एक भ्रस्टाचार का खुलासा किया गया था लेकिन 3 महीने बाद ही कांग्रेस ने तेलगूदेशम से समझौता कर लिया.
जगनमोहन ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस 30 साल तक तेलगूदेशम के खिलाफ लड़ी है और आज उसी से हाथ मिला लिया. इसका पब्लिक में कैसा संदेश जाएगा.
कांग्रेस के साथ जाएंगे या नहीं इस सवाल पर जगनमोहन ने कहा कि हम राहुल गांधी के खिलाफ नहीं है. लेकिन हम किसी पर विश्वास नहीं करना चाहते, क्योंकि हम पहले ही पांच साल खो चुके हैं. आंध्र प्रदेश में कांग्रेस खत्म हो चुकी है. कांग्रेस को हमारी जरूरत है हमें उनकी जरूरत नहीं है.
कांग्रेस को खुद पर विश्वास नहीं है, नहीं तो जिस पार्टी ने 30 साल तक टीडीपी के खिलाफ लड़ा उस पार्टी से गठबंधन करने का क्या औचित्य था. जगनमोहन ने कहा कि जो आंध्र प्रदेश को स्पेशल कैटिगरी का दर्जा देगा उनकी पार्टी उसका ही समर्थन करेगी चाहे वह कोई भी हो.