इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण के एक अहम सत्र में पहुंचे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी और मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमने बेहतर काम किया फिर भी हमारा काम नहीं बोला, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का भी यही हश्र होगा. पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव हारेगी, क्योंकि उसने जमीन पर काम नहीं किया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने कहा था कि सरकार बनेगी तो किसानों का आलू खरीदेंगे, किसी किसान का एक किलोग्राम आलू नहीं खरीदा गया. कहा था 14 दिन में गन्ने का भुगतान करेंगे, किसी किसान का भुगतान नहीं हुआ. योगी सरकार ने हमारे शुरू किए सारे काम रोक दिए.
उन्होंने कहा कि जब मेरी सरकार सत्ता में थी तो उत्तर प्रदेश के गांवों को सशक्त बनाया गया था. अखिलेश का बीजेपी पर वार यहीं नहीं थमा. पीएम मोदी द्वारा महागठबंधन को महामिलावट कहने के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी तमिलनाडु से नॉर्थईस्ट तक जो गठबंधन कर रही है वो कौन सी मिलावट है? अखिलेश ने कहा कि पिछले कई दशकों से केंद्र में गठबंधन सरकार चल रही है.
मोदी के डर से नहीं हुआ गठबंधन
अखिलेश से जब सवाल किया गया कि क्या बसपा से गठबंधन मोदी से डर के कारण हुआ है तो उन्होंने कहा कि किसी भी डर के कारण ये गठबंधन नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि मैं मायावती को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने गठबंधन को स्वीकार किया. वहीं गेस्ट हाउस कांड को उन्होंने बीजेपी की भाषा करार दिया. उन्होंने कहा कि ये उन लोगों को हटाने का संगम है जिन्होंने देश को बर्बाद कर दिया है.
क्या विचारों के संगम में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) भी शामिल हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नेताजी इसी लिए नेताजी हैं क्योंकि वो इसमें शामिल हैं. इस बार लोकसभा में मैं नहीं था. पिछली बार मैं उनके साथ था. उन्होंने मनमोहन सिंह को भी आशीर्वाद दिया था. क्या वो वापस आ गए. उनका आशीर्वाद हम जानते हैं. उनका आशीर्वाद हमसे अच्छा कोई नहीं जानता है.