उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में शिरकत की. उन्होंने गंगा की सफाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से नहीं हैं तो वो गंगा कैसे साफ करेंगे. गंगा साफ करने के लिए वो उत्तर प्रदेश में नहीं आए, बल्कि वो यहां प्रधानमंत्री बनने के लिए आए हैं. क्योंकि उत्तर प्रदेश से ही अब तक प्रधानमंत्री बनते आए हैं.
अखिलेश ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का जिक्र करते हुए कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगा को 13 माह में पूरा साफ़ करने की बात उन्होंने कही है. लेकिन सच तो यह है कि गंगा अब तक साफ़ नहीं हो पाई है. प्रधानमंत्री भी गंगा को साफ करने के झूठे वादे कर चुके हैं. गंगा की अहमियत तो केवल उत्तर प्रदेश के लोग जानते हैं. इसलिए उसे साफ भी उत्तर प्रदेश के लोग कर सकते हैं.
आप मीडिया के खिलाफ हो गए हैं
अखिलेश से जब सवाल किया गया आप मीडिया के खिलाफ हो गए है तो उन्होंने कहा कि नहीं मैं मीडिया के खिलाफ नहीं हूं. मैं ये कहता हूं कि मीडिया बीजेपी की तरफ से बात करती है. एक गांव का आदमी मुझसे पूछता है कि आप टीवी पर क्यों नहीं आते हैं. मैं उसको क्या जवाब दूं. पिछले कुछ दिनों से दो ही लोग टीवी पर दिख रहे हैं. कोई भी न्यूज चैनल देखें तो उसपर दो ही लोग दिखते हैं. उन्होंने कहा कि अगर समाज और देश को बदलना चाहते हैं तो टीवी देखना कम कर दीजिए. आप नेटफ्लिक्स देखिए.
शहीदों को दिए मुआवजे को लेकर सीएम योगी पर हमला
अखिलेश यादव ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों को दिए गए मुआवजे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले में सबसे ज्यादा शहीद उत्तर प्रदेश से हुए हैं. बाकी सरकारें शहीदों को 1 करोड़ रुपये दे रही हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार पैसा नहीं दे रही है. यूपी का बजट बड़ा है. ऐसे बजट का क्या करना जो शहीदों को 1 करोड़ रुपये भी न दे सके.